रांची : दो जंगली हाथियों का आतंक, आम बगान को किया बर्बाद, गांवों में लगा कर्फ्यू

अनगड़ा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में दो जंगली हाथियों का आतंक जारी है. इसी क्रम में दोनों जंगली हाथियों ने शुक्रवार की सुबह तीन बजे के समीप कुच्चू के बाड़िनबेड़ा निवासी किसान लखीराम बेदिया के दो एकड़ में लगी आम बगान को तहस-नहस दिया. जमकर तोड़फोड़ मचाया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2023 8:29 PM

अनगड़ा, जितेंद्र कुमार. अनगड़ा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में दो जंगली हाथियों का आतंक जारी है. इसी क्रम में दोनों जंगली हाथियों ने शुक्रवार की सुबह तीन बजे के समीप कुच्चू के बाड़िनबेड़ा निवासी किसान लखीराम बेदिया के दो एकड़ में लगी आम बगान को तहस-नहस दिया. जमकर तोड़फोड़ मचाया. आम बगान में लगे उन्नत किस्म के 50 पेड़ को तोड़कर बर्बाद कर दिया. सभी पेड़ में फल लगा हुआ था. साथ ही आम बगान की घेराबंदी को तोड़ दिया. चार साल पहले लखीराम ने आम बागवानी लगाई थी.

पीड़ीत किसान को मुआवजा देने की मांग

घटना की सूचना मिलते ही कुच्चू मुखिया सहदेव बेदिया घटनास्थल पहुंचे व हुए नुकसान का जायजा लिया. सरकार से पीड़ीत किसान को मुआवजा देने की मांग की. साथ में गीलू बेदिया, रमेश बेदिया, लगनू बेदिया, सोमरा बेदिया, मांगू बेदिया, भादोराम बेदिया, विश्वनाथ बेदिया आदि उपस्थित थे. पिछले एक पखवाड़े से दोनों हाथी इन कुच्चु, सुरसू, कुतूरलोवा, हरजालुम, बंधुवाडीह, मैनीछापर, सिंगारी, बेंती आदि गांव में इन दोनों हाथियों ने लगातार आतंक मचा रखा है.

ग्रामीण जंगल जाने से डर रहे

हाथियों के लगातार आतंक से दिन में भी ग्रामीण जंगल जाने से डर रहे है. शाम में ही लोग अपने अपने घरों में दुबक जा रहे है. हाथियों के आतंक के कारण दर्जनों गांव में अघोषित कफयू लगा हुआ है. सुरसू के श्यामसुंदर बेदिया बताते है बार बार वनविभाग को इसकी जानकारी दी जाती है, लेकिन वनविभाग पूरी तरह से सुस्त है. हाथियों को भगाने का वनविभाग कोई प्रयास नहीं कर रहा है. हाथियों के इस समूह ने 30 मई को हरजालुम गांव में दिन के उजाले में ही आतंक मचाया.

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जयराम बेदिया की बाइक क्षतिग्रस्त

31 मई को सिंगारी-कोरांबे मार्ग में साप्ताहिकी बाजार करके आ रहे बंधुवाडीह निवासी शंकर बेदिया का आटो व मातकमडीह निवासी जयराम बेदिया की बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया. 5 जून को पैना पहाड़ विश्व पर्यावरण मेला में शाम छह बजे हमला कर दिया. इससे मेला घूमने आये लोगों में दहशत फैल गई. भागने के क्रम में कई लोग गिर गये. जिससे अनेक को चोट लगी.

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