बैंक ने कर्ज वसूली के लिए एक जमीन दो को बेची
इलाहाबाद बैंक (अब इंडियन बैंक) ने कर्ज वसूली के लिए मीना देवी की जमीन वर्ष 2015 में कांता टेकरीवाल को बेची. वह जमीन का मूल दस्तावेज लेने के लिए बैंक का चक्कर लगाती रहीं. हालांकि, बैंक वर्ष 2021 तक उन्हें मूल दस्तावेज तलाशने की बात कहता रहा. साथ ही उसी जमीन को वर्ष 2022 में दूसरे व्यक्ति को बेच दी.
शकील अख्तर (रांची).
इलाहाबाद बैंक (अब इंडियन बैंक) ने कर्ज वसूली के लिए मीना देवी की जमीन वर्ष 2015 में कांता टेकरीवाल को बेची. वह जमीन का मूल दस्तावेज लेने के लिए बैंक का चक्कर लगाती रहीं. हालांकि, बैंक वर्ष 2021 तक उन्हें मूल दस्तावेज तलाशने की बात कहता रहा. साथ ही उसी जमीन को वर्ष 2022 में दूसरे व्यक्ति को बेच दी. कांता टेकरीवाल ने इस जालसाजी के मामले में बैंक के अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने के लिए पुलिस के वरीय अधिकारियों को आवेदन दिया है. हेमंत की पत्नी मीना देवी ने इलाहाबाद बैंक की हरमू शाखा से कर्ज लिया था. कर्ज के बदले खूंटी स्थित अपनी 4.29 एकड़ जमीन (खाता-94, प्ल़ॉट-663, थाना-217) गिरवी रखी थी. कर्ज अदा नहीं करने की वजह से बैंक ने ‘सरफेसी एक्ट’ के तहत समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित कर जमीन की नीलामी की. नीलामी के लिए जमीन का रिजर्व प्राइस 1.12 करोड़ रुपये रखा गया. नीलामी में कांता टेकरीवाल ने एक करोड़ 12 लाख 10 हजार रुपये की बोली लगायी. नीलामी में सर्वोच्च बोली के कारण बैंक ने उक्त जमीन कांता टेकरीवाल को देने का फैसला किया. कांता टेकरीवाल द्वारा पूरी रकम बैंक में जमा करने के बाद बैंक ने उन्हें नीलामी में जमीन बेचे जाने से संबंधित पत्र दिया. 18 मई 2015 को बैंक द्वारा जारी किये गये सेल लेटर में ‘सरफेसी एक्ट’ के तहत नीलामी में कांता टेकरीवाल द्वारा जमीन खरीदने और भुगतान करने का उल्लेख किया गया. हालांकि, बैंक ने उन्हें मीना देवी की जमीन से संबंधित मूल सेल डीड नहीं दी.सेल डीड हासिल करने के लिए लगातार बैंक से बातचीत करती रहीं कांता टेकरीवाल :
नीलामी में खरीदी गयी जमीन की सेल डीड हासिल करने के लिए कांता टेकरीवाल लगातार बैंक से बातचीत करती रहीं. यह सिलसिला वर्ष 2021 तक चलता रहा. बैंक की ओर 15 सितंबर 2021 को कांता टेकरीवाल के एक पत्र का जवाब दिया गया. इसमें कहा गया कि आपके द्वारा नीलामी में खरीदी गयी मीना देवी की जमीन से संबंधित दस्तावेज की मांग की गयी है. इस सिलसिले में यह कहना है कि जमीन का मूल दस्तावेज डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल के पास होने की संभावना है. बैंक द्वारा इसे तलाशने की कोशिश की जा रही है. इस बीच आपके पति प्रकाश टेकरीवाल को गोविंद राम मारवाड़ी द्वारा हस्ताक्षरित ओरिजनल सादा हुकुमनामा दिया जा रहा है.2022 में बैंक ने वही जमीन स्वर्ण प्रभा कंस्ट्रक्शन को 1.62 करोड़ रुपये में बेच दी :
बैंक से जवाब मिलने के बाद कांता टेकरीवाल को जमीन का मूल दस्तावेज मिलने की उम्मीद जगी. लेकिन, बैंक ने डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल के माध्यम से मीना देवी की जमीन वर्ष 2022 में स्वर्ण प्रभा कंस्ट्रक्शन को एक करोड़ 62 लाख 35 हजार रुपये में बेच दी. ट्रिब्यूनल ने 10 मार्च 2022 को मीना देवी की स्वर्ण प्रभा कंस्ट्रक्शन के निदेशक पंकज यादव और सुरेंद्र यादव द्वारा खरीदे जाने का प्रमाण पत्र जारी किया. इस तरह बैंक ने कर्ज वसूली के लिए एक ही जमीन दो बार बेच दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है