मैक्लुस्कीगंज. मैक्लुस्कीगंज में ठंड बढ़ने लगी है. इसके साथ ही पर्यटकों का आना भी शुरू हो चुका है. मैक्लुस्कीगंज अपनी खूबसूरती की वजह से पूरे देश में मशहूर है. इसबार पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. इसका मुख्य कारण शक्तिपुंज एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव शुरू होना बताया जा रहा है. गुरुवार को पश्चिम बंगाल के पर्यटक मैक्लुस्कीगंज आये थे. उनसे पूछने पर बताया कि अब सुविधा होने से झारखंड के पर्यटक स्थलों पर पहुंचना आसान हो गया है. बंगाली परिवार पतरातू डैम, बुढ़मू के तिरू फॉल आदि जगहों का भ्रमण करते हुए मैक्लुस्कीगंज पहुंचे और डेगाडेगी नदी, चट्टी नदी, ऐतिहासिक बंगलो सहित वाच टॉवर से सूर्योदय व सूर्यास्त के रमणीक दृश्य का आनंद लेकर लौट गये. इससे पहले झारखंड के एडीजी संजय लाठकर भी अपने परिजनों के साथ निजी भ्रमण पर मैक्लुस्कीगंज आये थे. जोभिया स्थित राणा कंट्री कॉटेज में रुके व त्रिपुरा स्टेट के राज घराने के बजेंद्र किशोर देव बर्मन की पुत्री जोभीया निवासी दीपक राणा जंग बहादुर की मां 104 वर्षीय रानी कंचन प्रभा देवी से मिले. मैक्लुस्कीगंज में गुजारे गये पांच दशक के बारे में जानकर रोमांचित हुए.
अच्छी कमाई की उम्मीद :
इस साल से शक्तिपुंज एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव होने से मैक्लुस्कीगंज के लोगों को अच्छी कमाई की उम्मीद है. स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि अब पश्चिम बंगाल के पर्यटक आसानी से खलारी पहुंच सकते हैं. इससे मैक्लुस्कीगंज के गेस्ट हाउस संचालक, होटल, रेस्टोरेंट, ऑटो, टैक्सी सहित पर्यटन से जुड़े लोगों में हर्ष का माहौल है.पिकनिक स्पॉट सजधज कर तैयार :
मैक्लुस्कीगंज में बढ़ती ठंड, क्रिसमस त्योहार आकर्षण का केंद्र होता है. दिसंबर में बड़े पैमाने पर पर्यटकों के आने की उम्मीद है. इस बाबत क्षेत्र में संचालित राजा गेस्ट हाउस, गॉर्डन गेस्ट हाउस, गुलमोहर गेस्ट हाउस, अमायरा, राणा कंट्री कॉटेज सहित अन्य पिकनिक स्पॉट मैक्लुस्कीगंज घूमने आने वालों की स्वागत के लिए सजधज कर तैयार हैं.मैक्लुस्कीगंज में क्या है खास :
प्रकृति की गोद में बसे मैक्लुस्कीगंज में डेगाडेगी नदी, चट्टी नदी, ऐतिहासिक बंगलो समेत वाच टावर से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा काफी आकर्षण का केंद्र होता है. इसके अलावा खुले मैदान यहां के मुख्य आकर्षण हैं. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती के साथ एग्लो इंडियन कल्चर और खानपान लोगों का मन मोह लेता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है