रांची. मॉल ऑफ रांची का परिसर रविवार को संगीत की धुनों से सराबोर रहा. द एकस्थ बैंड ने मदर्स डे स्पेशल गीतों की प्रस्तुति दी. बैंड शो इसलिए भी खास था क्योंकि गीत माला की धरा नेत्रहीन बच्चे पेश कर रहे थे. संत मिखाइल ब्लाइंड स्कूल के बच्चों ने द एकस्थ बैंड के तौर पर प्रस्तुति दी. बैंड शो का आगाज वोकलिस्ट धीरज कुमार ने लो मैं कयामत तक हुआ तेरा… ओ माही… गीत से की. संगीत की तान ने मॉल परिसर में पहुंचे लोगाें को एकजुट किया. धीरज ने अपनी आवाज का जादू बिखेरते हुए लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. बदरंग में सतरंगा है ये इश्क रे…, मेरे मन ये बता दे तू किस ओर चला है तू…, पहले भी मैं तुमसे मिला हूं…, सुनो तो मझे एक दिन…, मैं चला शहर से दूर… तेरे बिन नहीं लगता दिल मेरा ढोलना… जैसे गानों की प्रस्तुति दी. धीरज का साथ बैंड सदस्य रुस्तम ने दरबूका, अभिनव ने बेस गिटार, हाबील ने ड्रम पर दिया. इसके अलावा राहुल, आयुष, सूरज लोहरा, रोहन, बिट्टू ने भी विभिन्न वाद्ययंत्र से संगत दी. बैंड शो के दूसरे पहर में ब्लाइड स्कूल की छात्राएं प्रमिला, दीपिका, सिमरन, कविता, प्रितिका और प्राची ने भी प्रस्तुति दी. इनकी प्रस्तुति को हर किसी ने अपने मोबाइल में कैद किया. मॉल परिसर में पहुंचे राजधानीवासियों ने वीडियोग्राफी भी खूब की. साथ ही एकस्थ फाउंडेशन के सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया. आयोजन में सीमा लोहिया और ऋषभ लोहिया आदि अहम सहयोग रहा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है