कोरोना से मौत पर संक्रमित को परिवार का नहीं मिला साथ, एंबुलेंस कर्मियों ने किया अंतिम संस्कार
Jharkhand news, Ranchi news : कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में 108 एंबुलेंस सेवा मानवता का मिसाल पेश कर रहा है. कोविड मरीजों के साथ-साथ अन्य मरीजों को भी समुचित सुविधा 108 एंबुलेंस सेवा मुहैया करा रही है. इसी कड़ी में जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड की ओर से एंबुलेंस सेवा भी बेहतर कार्य कर रहा है. पिछले दिनों पाकुड़ के एक कोरोना संक्रमित की मौत रांची के कोविड अस्पताल में हो गया. मृतक को परिजनों का साथ नहीं मिला. ऐसी स्थिति में प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में एंबुलेंस कर्मियों ने मृतक का अंतिम संस्कार किया.
Jharkhand news, Ranchi news : रांची : कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में 108 एंबुलेंस सेवा मानवता का मिसाल पेश कर रहा है. कोविड मरीजों के साथ-साथ अन्य मरीजों को भी समुचित सुविधा 108 एंबुलेंस सेवा मुहैया करा रही है. इसी कड़ी में जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड की ओर से एंबुलेंस सेवा भी बेहतर कार्य कर रहा है. पिछले दिनों पाकुड़ के एक कोरोना संक्रमित की मौत रांची के कोविड अस्पताल में हो गया. मृतक को परिजनों का साथ नहीं मिला. ऐसी स्थिति में प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में एंबुलेंस कर्मियों ने मृतक का अंतिम संस्कार किया.
इस संस्था की हफिरा पटेल के मुताबिक, पिछले दिनों पाकुड़ में 108 एंबुलेंस सेवा की टीम ने बेमिसाल उदाहरण पेश किया है. उन्होंने बताया कि पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा निवासी की मौत रांची स्थित कोविड केयर हॉस्पिटल में हो गयी थी.
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प्रशासनिक दिशानिर्देश के अनुसार 108 एंबुलेंस के द्वारा शव को श्मशान घाट ले जाया गया. ड्यूटी पर तैनात ईएमटी बबलू मुर्मू (JE0449) और चालक फ्रांसिस मुर्मू (JD0560) ने मामले को हाथों-हाथ लिया और जिला प्रशासन एवं पुलिस की मौजूदगी में देर रात श्मशान घाट पहुंचाया.
इन एंबुलेंस कर्मी के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि वहां पर शव को लेने वाला कोई मौजूद नहीं था. वह अकेले ही अंतिम संस्कार करने में सक्षम नहीं था. पिता के अंतिम संस्कार के लिए बेटे के पास कोई अन्य रिश्तेदार भी मौजूद नहीं थे. ऐसे में हेल्थ केयर लिमिटेड टीम के लोगों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अंतिम संस्कार में मदद किया. इस दौरान वे लोग तब तक वहां मौजूद रहे, जब तक कि वह कार्य पूरा नहीं हो गया.
Posted By : Samir Ranjan.