रांची : झारखंड की राजधानी रांची से छह लोगों का जत्था पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए जम्मू पहुंच गया है. दक्षिण कश्मीर के हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए श्रद्धालु रांची से निकले हैं. अपने पांच मित्रों के साथ रांची से जम्मू पहुंचे दीपक चौधरी का कहना है कि इस वार्षिक यात्रा पर कोरोना वायरस की काली छाया पड़ने के बावजूद उन्हें विश्वास है कि वे सभी पवित्र अमरनाथ गुफा का दर्शन कर सकेंगे.
रांची के ये श्रद्धालु बस स्टैंड के पास एक होटल में रुके हैं क्योंकि इन्हें अमरनाथ यात्रियों के लिए बने यात्री निवास में रुकने की अनुमति कथित रूप से नहीं मिली है. यात्री निवास जम्मू के भगवती नगर इलाके में बना हुआ है और यह अमरनाथ गुफा दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेस कैंप की तरह काम करता है. यात्री निवास को पहले कोविड केयर केन्द्र में परिवर्तित कर दिया गया था, लेकिन अब उसे तीर्थ यात्रा के लिए तैयार किया जा रहा है. आशा है कि यात्रा इसी महीने करीब दो सप्ताह के लिए शुरू होगी.
Also Read: Coronavirus : झारखंड में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के एक्टिव मरीज, आंकड़ा पहुंचा 2681
रांची के श्रद्धालु दीपक चौधरी ने कहा कि वे पिछले 11 साल से यात्रा पर आ रहे हैं. उनका 150 लोगों का बड़ा समूह हुआ करता था, लेकिन इस बार हम सिर्फ छह मित्र पवित्र गुफा जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पंजाब की सीमा पर लखनपुर में जम्मू-कश्मीर में प्रवेश से पहले उनकी जांच हुई है. कोविड-19 के लिए उन सभी के नमूने भी लिए गये. 26 साल से यात्रा पर जा रहे और रांची से आए समूह में शामिल मनोज कुमार जायसवाल का कहना है कि उन्हें सरकार से सकारात्मक प्रतिक्रिया की आशा है.
अमरनाथ गुफा के लिए पहलगाम और गांदेरबल दोनों ही रास्तों से पहले 42 दिन की प्रस्तावित यात्रा 23 जून को शुरू होने वाली थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उसमें देरी हो गई है. हालांकि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पहले कहा था कि वह बेहद सख्ती के साथ यात्रा शुरू करेगा और एक दिन में सिर्फ 500 श्रद्धालुओं को जम्मू से अमरनाथ रवाना किया जायेगा, लेकिन 15 जुलाई को उच्च न्यायालय ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड से कहा था कि लोगों के स्वास्थ्य के अधिकार को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए वह यात्रा पर तत्काल फैसला करे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन किये. उनके साथ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम.एम.नरवणे भी थे. तीनों ने यहां करीब एक घंटे का समय बिताया.
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक पिछले कुछ सप्ताह में केन्द्र शासित प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के ज्यादा मामले आए हैं, खास तौर से कश्मीर में. इस कारण प्रशासन को मजबूरन ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर सहित घाटी के कई हिस्सों में लॉकडाउन लागू करना पड़ा है.
Posted By : Guru Swarup Mishra