कार्तिक हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता गिरफ्तार, प्रेमी संग मिलकर पत्नी ने इस तरह करायी थी पति की हत्या

कार्तिक केसरी हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता पत्नी प्रीति केसरी गिरफ्तार

By Prabhat Khabar News Desk | December 29, 2020 1:08 PM

रांची : पिठोरिया के राशन डीलर कार्तिक केसरी हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता उसकी पत्नी प्रीति केसरी को आखिरकार कांके पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने प्रीति को कर्रा पुलिस की मदद से उसके मायके कर्रा थाना क्षेत्र के कुलहुटु गांव से गिरफ्तार किया है. वहीं, इस केस में दो आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.

गौरतलब है कि 28 सितंबर 2019 की देर शाम कार्तिक केसरी, पत्नी प्रीति केसरी के साथ दशहरा की खरीदारी कर कार से पिठोरिया अपने घर लौट रहा था. कार प्रीति चला रही थी. रास्ते में बुकरु व बाढ़ू के बीच रात लगभग आठ बजे कार्तिक लघुशंका के लिए उतरा. उसी बीच कार का पीछा कर रहे स्कॉर्पियो सवार दो युवक पहुंचे.

उन्होंने कार्तिक के सिर पर लोहे की राॅड से वार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद प्रीति ने घटना की जानकारी ससुरालवालों को दी. फिर कांके पुलिस की मदद से कार्तिक को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. पति की हत्या के बाद प्रीति ने कांके थाना में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी.

पुलिस कार्तिक केसरी हत्याकांड का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल प्रीति केसरी के प्रेमी लोधमा निवासी अंकित केसरी उर्फ बिट्टू व उसके दोस्त अधिवक्ता कर्रा निवासी विशाल पांडेय को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. विशाल पांडेय को खूंटी कोर्ट से व अंकित केसरी को रांची कोर्ट में सरेंडर करने के दौरान गिरफ्तार किया गया था.

वहीं सोमवार को इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता प्रीति केसरी को 15 माह के लंबे अंतराल के बाद गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि प्रीति केसरी ने ही 29 सितंबर 2019 की रात कार्तिक केसरी की हत्या की साजिश रची थी. कार्तिक घर का इकलौता चिराग था. उसके पिता जनार्दन केसरी घर में ही व्यवसाय कर जीविका चलाते थे.

वहीं कार्तिक शांत स्वभाव का था. हत्या में शामिल अंकित केसरी उर्फ बिट्टू व प्रीति केसरी की दोस्ती बचपन से ही थी. इसी कारण प्रीति की शादी के बाद भी बिट्टू का उसके पिठोरिया स्थित ससुराल में आना-जाना लगा रहता था.

Posted By : Sameer Oraon

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