मांडर. मजलिस-ए झारखंड की बैठक रविवार को मुड़मा में प्रो शाहिद हसन की अध्यक्षता में हुई. इसमें वक्फ संशोधन बिल के विरोध में 16 फरवरी 2025 को इटकी में व 23 फरवरी 2025 को मुड़मा में जनसभा आयोजित करने को लेकर जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. प्रो शाहिद हसन ने कहा कि सरकार अल्पसंख्यकों के साथ पक्षपात कर रही है. यह संविधान सम्मत नहीं है. इसके विरोध में हमें कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ेगी. सदर शाकिर इस्लाही ने कहा कि वक्फ शरीयत से जुड़ा हुआ मसला है. इसमें किसी तरह का छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. रांची जिला मोमिन कांफ्रेंस के अध्यक्ष शमीम अख्तर आजाद ने कहा कि केंद्र सरकार प्लेस ऑफ वरशिप एक्ट और वक्फ बिल संशोधन अधिनियम 1995 दोनों का अवहेलना कर रही है. मौके पर अफसर इमाम, अफरोज आलम, मौलाना रफीक कासमी व अन्य ने भी विचार व्यक्त किये. मौके पर खुर्शीद अंसारी, अजबुल अंसारी, शफीउल मस्जिद, रोजीद अंसारी, हाजी मुदीन अंसारी, अली हसन अंसारी, जमील अंसारी, हसन अली अंसारी, जलील अंसारी, मुर्तजा आलम, अब्दुल हकीम नदवी, मुख्तार आलम, इकराम हुसैन, जमील अख्तर, सरफराज आलम, इकबाल अंसारी, मोहम्मद खलील, जमाल अंसारी सहित अन्य उपस्थित थे.
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