शहीद कुलदीप उरांव का पार्थिव शरीर पहुंचा रांची, सीएम हेमंत सोरेन ने किया नमन, कहा- हर झारखंडी को अपने वीर जवानों पर है गर्व
Jharkhand news, Ranchi news, Sahibganj news : गुरुवार देर रात जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के हजरतबल दरगाह के मालबाग इलाके में आतंकियों से हुए मुठभेड़ में शहीद हुए कुलदीप उरांव का पार्थिव शरीर शुक्रवार (3 जुलाई, 2020) को देर शाम रांची पहुंचा. रांची पहुंचने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीद कुलदीप उरांव को नमन करते हुए कहा कि हर झारखंडी को अपने वीर जवानों पर गर्व है.
Jharkhand news, Ranchi news, Sahibganj news : रांची : गुरुवार देर रात जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के हजरतबल दरगाह के मालबाग इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए कुलदीप उरांव का पार्थिव शरीर शुक्रवार (3 जुलाई, 2020) को देर शाम रांची पहुंचा. रांची पहुंचने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीद कुलदीप उरांव को नमन करते हुए कहा कि हर झारखंडी को अपने वीर जवानों पर गर्व है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीद कुलदीप उरांव को नमन करते हुए कहा कि मलबाग में देश की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त करने वाले झारखंड के वीर लाल कुलदीप उरांव जी को शत शत नमन. उन्होंने कहा कि जो कुर्बान हुए हैं देश की खातिर. आतंकियों के मंसूबों को नकाम कर शहीद हुए हैं वतन की खातिर. ऐसे वीर लाल को मेरा नमन है.
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने भी शहीद जवान कुलदीप उरांव को नमन एवं श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस देश को ऐसे वीर संतानों पर गर्व है. हमारे वीर जवान देश की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए हर क्षण तत्पर रहते हैं. उन्होंने कहा कि साहेबगंज निवासी कुलदीप उरांव ने आतंकी तत्वों से देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान तक दे दिया. इस देश के सभी नागरिक सदा उनका ऋणी रहेंगे. उन्होंने कहा कि जाबांज कुलदीप उरांव की शहादत बेकार नहीं जायेगी. उन्होंने शहीद के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस कठिन क्षण में पूरा राष्ट्र आपके साथ है.
साहिबगंज जिले के आजाद नगर जेल गेट निवासी कुलदीप उरांव (उम्र 38 वर्ष) श्रीनगर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए. शहीद कुलदीप के पिता घनश्याम उरांव वार्ड नम्बर 28 के वार्ड पार्षद हैं. घनश्याम भी अपने छोटे बेटे कुलदीप उरांव की इस शहादत पर गर्व महसूस कर रहे हैं. घनश्याम उरांव ने कहा कि देश की रक्षा करते हुए मेरा लाल शहीद हुआ.
शहीद कुलदीप की पत्नी वंदना उरांव बंगाल पुलिस में कांस्टेबल हैं. उसकी पत्नी 24 परगना के सोदपुर में पोस्टेड हैं. वहीं, अपने दोनों बच्चों के साथ सोदपुर में ही रहती हैं. शहीद अपने पीछे पत्नी वंदना उरांव, पुत्र यश उरांव (09 वर्ष), पुत्री वैसी (05 वर्ष), पिता घनश्याम उरांव, भाई प्रदीप कुमार उरांव, भाभी, भतीजा को छोड़ गये. शहीद की माताजी का निधन 3 वर्ष पूर्व हो गया है.
जानकारी के अनुसार, श्रीनगर के हजरतबल दरगाह के मालबाग इलाके में 3 आतंकियों के छुपे होने की सूचना सीआरपीएफ को मिली थी. सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया. इसी दौरान छुपे आतंकियों ने सेना के जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई. श्रीनगर में आतंकियों से सुरक्षाबलों की हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 3 जवान घायल हुए थे. घायल जवानों को 92 बेस सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, गंभीर रूप से घायल कुलदीप ने अस्पताल में अंतिम सांस ली.
Posted By : Samir ranjan.