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व्यवसायी का अपहरण कर हत्या करने की थी योजना, मास्टरमाइंड सहित चार गिरफ्तार

फर्जी लोन दिलाने के धंधा का भंडाफोड़ होने के डर से बनायी हत्या की योजना

रांची (वरीय संवाददाता). किशोरगंज चौक के समीप स्थित गोयल्स सेनेटरी के पास से रविवार की रात 10:30 बजे एक युवती सहित चार लोगों ने प्लाइवुड व्यवसायी अमित गुप्ता का अपहरण किया था. पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली, कई टीम बनाकर पुलिस ने आरोपियों का पीछा किया और धुर्वा के सीठियो के पास से चारों को पकड़ लिया गया. गिरफ्तार आरोपियों में मास्टर माइंड अमरनाथ तिवारी (हटिया, चाइबासा टोली निवासी), राजीव सिंह (तुुपुदाना, इंसलरी चौक हनुमान मंदिर के समीप रहनेवाले), आजसू नेता विशाल सिंह राणा (नामकुम के लोअर चुटिया, इंडस्ट्रियल एरिया के समीप रहनेवाले) तथा काजल कुमारी (नामकुम के लोअर चुटिया, इंडस्ट्रियल एरिया के समीप रहनेवाली) शामिल है़ं इनके पास से अपहरण में प्रयुक्त काले रंग का स्कॉर्पियो भी जब्त किया गया है. स्कॉर्पियो में आजसू का झंडा और प्रेस का स्टीकर लगा है. ये लोग फर्जी पे स्लीप के आधार पर बैंकों से लोन दिलाने का काम करते थे. फर्जी लोन दिलाने के धंधा का भंडाफोड़ न हो जाये, इसी डर से अमित का अपहरण कर उसकी हत्या करने की योजना बनायी गयी थी. लेकिन पुलिस ने समय रहते आरोपियाें को गिरफ्तार कर लिया. यह जानकारी एसएसपी ने पत्रकारों को दी. मौके पर सिटी एसपी राजकुमार मेहता, ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल, कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोंय व थाना प्रभारी रंजीत सिन्हा उपस्थित थे. एसएसपी ने बताया कि किशोरगंज से व्यवसायी अमित गुप्ता का अपहरण करने के बाद आरोपी उन्हें लेकर तुपुदाना की ओर भागे. तुपुदाना इलाके में पुलिस के दबिश देने पर वे लोग नामकुम के खरसीदाग होते हुए टाटा की ओर भागने का प्रयास करने लगेे. लेकिन उधर भी पुलिस उनके पीछे पहुंच गयी, तो वे लोग शालीमार मार्केट, धुर्वा गोलचक्कर होते हुए डैम की ओर सीठियो से लोधमा, कर्रा होते हुए खूंटी की ओर भागने वाले थे, लेकिन पुलिस ने आरोपियों को सीठियो के पास पकड़ लिया. बीयर की बोतल से सिर पर मार कर व्यवसायी को कर दिया था बेहोश : अपहरणकर्ताओं ने एक सादे कागज पर अमित गुप्ता से साइन कराने का प्रयास किया. जब उन्होंने साइन करने से इनकार कर दिया, तो सिर पर बीयर की बोतल से वार कर उसे बेहोश कर दिया. इससे व्यवसायी के सिर पर गंभीर जख्म हो गया. उनका अस्पताल में इलाज कराया गया. अपहरणकर्ता व्यवसायी से सादे कागज में साइन करवाना चाहते थे. एसएसपी ने बताया कि एक दोस्त के माध्यम से व्यवसायी अमित का अमरनाथ तिवारी से परिचय हुआ था. अमरनाथ ने बताया था कि वह लोन दिलाने का काम करता है. अमित ने उसके माध्यम से नौ लाख के लोन के लिए उसे आवेदन दिया था. वह लोन नेवरी के एसबीआइ शाखा से पास हुआ था. व्यवसायी की पत्नी को पोस्टल डिपार्टमेंट का कर्मी बता पास कराया था लोन : अमरनाथ ने अमित गुप्ता की पत्नी नेहा मधेशिया को पोस्टल डिपार्टमेंट का सरकारी कर्मी बता कर डेढ साल पहले छह लाख रुपये का लोन एसबीआइ, नेवरी शाखा से दिलाया था. बैंक में व्यवसायी की पत्नी का फर्जी पे स्लीप भी जमा किया गया था. चार किस्त के बाद जब लोन भरा नहीं जाने लगा, तो बैंक कर्मी विमल तिर्की व्यवसायी के घर पहुंचा. उस समय व्यवसायी अमित गुप्ता को पता चला कि उसकी पत्नी को सरकारी कर्मी बता कर लोन दिलाया गया है. इसके बाद व्यवसायी ने अमरनाथ से बात की. इस दौरान दोनों के बीच काफी बहस हुई. इसके बाद अमरनाथ ने अमित को ठिकाने लगाने का विचार बना लिया. उसी मंशा से उसका अपहरण किया गया था.

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