पहली बार इंटर के तीनों संकाय और वोकेशनल का रिजल्ट एक साथ जारी

मंगलवार को जैक सभागार में आयोजित समारोह में इंटरमीडिएट का परीक्षाफल जारी किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 1, 2024 1:02 AM

रांची. जिन जिलों का रिजल्ट खराब हुआ है, उसके लिए अलग से कार्ययोजना तैयार की जा रही है. मैट्रिक व इंटर के खराब रिजल्ट वाले जिलों की स्कूलवार रिपोर्ट तैयार की जायेगी. मैट्रिक के रिजल्ट समीक्षा शुरू हो गयी है. ये बातें स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने कहीं. वह मंगलवार को जैक सभागार में आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षाफल प्रकाशन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि परीक्षा पैटर्न में बदलाव के कारण रिजल्ट में कुछ गिरावट आयी है. पिछले वर्ष ओएमआर शीट और उत्तरपुस्तिका, दोनों पर परीक्षा ली गयी थी. इस वर्ष ओएमआर शीट पर परीक्षा नहीं हुई थी. इस वर्ष भौतिकी और रसायन का रिजल्ट अन्य विषयों की तुलना में अधिक खराब हुआ है. उन्होंने कहा कि मैट्रिक, इंटर के अलावा स्कूल स्तर पर होने वाली परीक्षाओं का मूल्यांकन भी जैक से कराने पर विचार किया जा रहा है. मैट्रिक रिजल्ट की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी है कि कुछ विद्यालयों में 70 फीसदी तक विद्यार्थी असफल हो गये हैं. देवघर जिला का रिजल्ट मैट्रिक में सबसे खराब हुआ था. जिन जिलों का रिजल्ट खराब हुआ है, वहां विशेष कक्षा संचालन की तैयारी की जा रही है. जैक अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो ने कहा कि जैक के गठन के बाद पहली बार इंटर में तीनों संकाय का रिजल्ट एक साथ जारी हो रहा है. मौके पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक उत्कर्ष गुप्ता, सचिव एसडी तिग्गा, जैक के उपाध्यक्ष डॉ विनोद सिंह आदि उपस्थित थे.

शिक्षा विभाग को 100 करोड़ देगा नाबार्ड

शिक्षा सचिव ने बताया कि नाबार्ड की ओर से स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को सौ करोड़ रुपये दिये जायेंगे. इस राशि से सभी जिलों में पुस्तकालय का निर्माण कराया कराया जायेगा. इसके लिए आवश्यकता अनुसार राज्य सरकार से भी राशि की मांग की जायेगी.

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