भगवान राम के जन्म का प्रसंग सुनाया
रांची रेलवे स्टेशन के समीप स्थित बगलाशिव संकट मोचन मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर चल रही है संगीतमय श्रीराम कथा.
रांची. रांची रेलवे स्टेशन के समीप स्थित बगलाशिव संकट मोचन मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर संगीतमय श्रीराम कथा चल रही है. कथा के दूसरे दिन सोमवार को भगवान राम जन्म का प्रसंग सुनाया गया. कथा वाचिका राघवप्रिया ओझा ने कहा कि जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था, तब समस्त अयोध्या नगरी में शकुन होने लगे. भगवान का जन्म होने पर अयोध्या नगरी में खुशी का माहौल था. चारों ओर मंगल गान होने लगे. राघव प्रिया ओझा ने कहा कि भगवान राम ने पृथ्वी लोक पर आकर धर्म की स्थापना की. आज का व्यक्ति ईश्वर की सत्ता को मानने से भले ही इनकार कर दे, लेकिन एक न एक दिन उसे ईश्वर की महत्ता को स्वीकार करना ही पड़ता है. संसार में जितने भी असुर उत्पन्न हुए सभी ने ईश्वर के अस्तित्व को नकार दिया और स्वयं भगवान बनने का ढोंग करने लगे. जब ईश्वर ने अपनी सत्ता की एक झलक दिखायी, तो सभी का अस्तित्व धरा से ही समाप्त हो गया. अधर्म के मार्ग पर चलनेवाला व्यक्ति कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो, लेकिन धर्म के मार्ग पर चलनेवालों के आगे अधिक समय तक नहीं टिक सकता है. कथा में शामिल श्रद्धालु रामलला के जन्मोत्सव पर खूब झूमे और आनंदित हुए. मौके पर पूर्व पार्षद ओमप्रकाश, राहुल चौधरी, अरुण झा, अर्जुन राम, अशोक पुरोहित, आलोक साहू, अमरेंद्र सिंह, मुनचुन राय, अविचल सिंह, शिवम केशरी, ममता देवी, रेखा महतो आदि मौजूद थे. मंगलवार को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर प्रतिमाओं का नगर कीर्तन निकाला जायेगा.
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