राजधानी की प्यास बुझानेवाले तीनों डैमों का जलस्तर घटा
राजधानी की प्यास बुझानेवाले तीनों डैमों का जलस्तर घट गया है. फिलहाल कांके(गोंदा), रुक्का(गेतलसूद) और हटिया डैम में क्षमता से आठ से 19 फीट तक पानी कम है.
प्रमुख संवाददाता (रांची). राजधानी की प्यास बुझानेवाले तीनों डैमों का जलस्तर घट गया है. फिलहाल कांके(गोंदा), रुक्का(गेतलसूद) और हटिया डैम में क्षमता से आठ से 19 फीट तक पानी कम है. विभागीय अभियंताओं का कहना है कि पिछले साल राज्य में 1444 मिमी वर्षा हुई. इसके बावजूद डैमों में क्षमता से पानी कम रहना अच्छे संकेत नहीं है. उन्होंने कहा कि फिलहाल तो डैमों में आपूर्ति के लिहाज से पर्याप्त पानी है. वहीं, मॉनसून शुरू होने में अभी लगभग एक माह का समय बचा है. अगर इस दौरान बारिश नहीं हुई, तो राजधानी में जलसंकट उत्पन्न हो सकता है. वहीं, मॉनसून के दौरान भी अगर कम बारिश हुई, तो आनेवाले समय में जलसंकट गहरा सकता है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, हटिया डैम की क्षमता 39 फीट है. इसमें फिलहाल 20 फीट छह इंच पानी है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग नौ फीट कम है. 20 मई 2023 को हटिया डैम का जलस्तर 29.2 फीट था. इधर, कांके डैम की क्षमता करीब 28 फीट है. यहां वर्तमान में क्षमता से करीब नौ फीट कम (19 फीट पांच इंच) पानी भरा है. यह पिछले साल के मुकाबले करीब दो फीट अधिक है. पिछले साल इस तिथि को इस डैम का जलस्तर 17 फीट तीन इंच था. इस डैम में फिलहाल आपूर्ति योग्य 12 फीट ही पानी है, शेष सात फीट तक गाद भरी है. ऐसे में इससे कम पानी होने पर पेयजल की आपूर्ति नहीं की जा सकती है.
रुक्का डैम में भी क्षमता से लगभग 16 फीट कम :
राजधानी की सबसे बड़ी आबादी को पेयजल की आपूर्ति करनेवाले रुक्का डैम (गेतलसूद डैम) की अधिकतम क्षमता 36 फीट है. फिलहाल यहां क्षमता से 16 फीट कम (20 फीट चार इंच) पानी है. हालांकि, पिछले साल की तुलना में अभी डैम जलस्तर लगभग तीन फीट पानी अधिक है. पिछले साल इस तिथि को डैम में 17 फीट पांच इंच पानी था. वहीं, डैम में 14 फीट गाद भरी हुई है. इस वजह से जलापूर्ति योग्य सिर्फ छह फीट पानी है. डैम में इससे कम पानी होने पर आपूर्ति ठप हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है