Jharkhand news: झारखंड कांग्रेस के दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप बलमुचू और सुखदेव भगत की एक बार फिर घर वापसी हुई है. सोमवार को प्रदेश प्रभारी अविनाश ठाकुर और सह प्रभारी उमंग सिंधार ने दोनों को पार्टी की सदस्यता दिलायी. बता दें कि प्रदीप बलमुचू और सुखदेव भगत ने कांग्रेस छोड़ दूसरी पार्टी का दामन थामा था. लेकिन, पूर्व कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से दोनों नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा तेज हो गयी थी.
सोमवार को राजधानी रांची में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय और सह प्रभारी उमंग सिंधार की उपस्थिति में दोनों पूर्व प्रदेश अध्यक्षों की घर वापसी हुई है. इस मौके पर डॉ प्रदीप बलमुचू ने इसे दो वर्षों का वनवास खत्म होना बताया, वहीं सुखदेव भगत ने कहा कि परिस्थिति के कारण जो मानवीय भूल हुई है, उसे अब सुधारने का मौका मिला है. इस मौके पर दोनों नेताओं का जमकर स्वागत हुआ.
इस मौके पर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि दोनों नेताओं के आने से पार्टी मजबूत होगी. दोनों नेता काफी अनुभवी हैं. इनके अनुभव का लाभ संगठन को मजबूती प्रदान करने एवं कांग्रेस की विचारधारा को आमजन तक पहुंचाने में मदद मिलेगी. इन दोनों नेताओं की विचारधारा कांग्रेस की ही थी, किसी कारण ये कांग्रेस परिवार से अलग हो गये थे, लेकिन आज दोनों के वापस घर आने से हमसभी को खुशी है.
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वहीं, झारखंड के सह प्रभारी उमंग सिंघार ने दोनों नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि निःसन्देह दोनों नेताओं के अनुभव हमें संगठन को मजबूत करने में कारगर साबित होगी. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत है. शीर्ष नेतृत्व ने जो भरोसा इन दोनों नेताओं के प्रति दिखाया है, मुझे यकीन है कि दोनों नेता शीर्ष नेतृत्व के उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे. साथ ही कांग्रेस पार्टी के जनाधार को और अधिक सशक्त एवं मजबूती प्रदान की दिशा में कार्य करेंगे.
इस अवसर पर डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू ने कहा कि जब मैंने पार्टी छोड़ा, तो पार्टी में नहीं रहने का एहसास हुआ. ऐसा महसूस हो रहा था कि मैं बिल्कुल अकेला हो गया हूं. मैं अपने लोगों से बहुत दूर हो चुका हूं. कहा कि मैं पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में रहकर संगठन को मजबूती प्रदान करने का कार्य करूंगा. अब यकीन दिलाता हूं कि अब दोबारा इस तरह की गलती नहीं होगी.
वहीं, सुखदेव भगत ने कहा कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी मेरे डीएनए में कांग्रेस का खून शामिल है. मुझे खुशी है कि मैं अपने परिवार में वापस लौटा हूं. कांग्रेस पार्टी की विचारधारा गांधी की विचारधारा है. पार्टी छोड़ने के बाद ऐसा महसूस हुआ कि हमसे बहुत बड़ी भूल हुई है. अब मैं उस भूल को कभी दोहरा नहीं सकता. अब जो भी होगा मेरा, इसी पार्टी में होगा.
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इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री आलमगीर आलम, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा, बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, कार्यालय प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, डॉ राकेश किरण महतो समेत काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे.
Posted By: Samir Ranjan.