लॉकडाउन में रांची में लॉक हुए माननीय
कोरोना महामारी को लेकर पिछले 24 मार्च से देश में लॉकडाउन किया गया है. इसकी वजह से झारखंड के लाखों मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं. वहीं दूसरी तरफ एक सांसद और चार विधायक रांची में लॉक हो गये हैं.
रांची : कोरोना महामारी को लेकर पिछले 24 मार्च से देश में लॉकडाउन किया गया है. इसकी वजह से झारखंड के लाखों मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं. वहीं दूसरी तरफ एक सांसद और चार विधायक रांची में लॉक हो गये हैं.
इसमें से दो विधायकों ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अपने क्षेत्र में जाने की अनुमति मांगी है. पूर्व मंत्री सरयू राय ने पहले ही केंद्रीय कैबिनेट सचिव व मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. इधर भाजपा विधायक अनंत ओझा ने भी क्षेत्र जाने की अनुमति मांगी है. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी रांची में ही हैं. इनके अलावा कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी अभी रांची में ही हैं. सभी विधायक सोशल मीडिया के सहारे क्षेत्र की जनता तक पहुंच रहे हैं. मां की तबीयत खराब, नहीं मिली अनुमति : अनंत भाजपा विधायक अनंत ओझा ने बताया लॉकडाउन होने की वजह से वे 24 मार्च से ही रांची में है. विधानसभा का सत्र समाप्त होने के बाद लॉकडाउन हो गया. इस बीच उनकी मां की तबीयत खराब हो गयी. ऐसे में क्षेत्र जाने को लेकर उन्होंने पहले साहिबगंज के उपायुक्त से बातचीत की.
उन्होंने रांची उपायुक्त से बात करने आग्रह किया. रांची उपायुक्त को फोन करने के बाद भी उनकी बात नहीं सुनी गयी. अंत में विधायक ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. श्री ओझा ने दिल्ली सरकार की ओर से जारी उस पत्र का हवाला किया है, जिसमें सांसद और विधायकों को एक जिले से दूसरे जिले में जाने की अनुमति दी गयी है.सोशल मीडिया के सहारे चल रहा मदद कार्य : अन्नपूर्णासांसद अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि सोशल मीडिया के सहारे वे लगातार कार्यकर्ताओं से संपर्क में है. इनके माध्यम से ही क्षेत्र की जनता को मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है समय-समय पर इन कार्यों की मॉनिटरिंग भी की जा रही है.
प्रवासी मजदूरों की मदद को लेकर दूसरे राज्यों के सांसद विधायकों से संपर्क स्थापित कर मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है.सरयू ने मांगी अनुमति, कहा : पीएम का आदेश तोड़ना नहीं चाहतानिर्दलीय विधायक सरयू राय ने अपने विधानसभा क्षेत्र जाने के लिए पहले ही अनुमति मांगी है़ उन्होंने राज्य सरकार के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और भारत सरकार के कैबिनेट सचिव से मौखिक एवं लिखित अनुरोध किया था. श्री राय ने कहा है कि वे लॉकडाउन में प्रधानमंत्री का आदेश भी नहीं तोड़ना चाहते है़ं हालांकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदेश तोड़ रहे है़ं वह अपने चुनाव क्षेत्र भी जाना चाहते है़ं इसका प्रबंध क़ानून में होना चाहिए़ वैसे यूपी , गुजरात के मुख्यमंत्री अपने यहां के लोगों को बाहर से अपने राज्य में बसें भेज कर ला चुके हैं. यदि उन्हें ऐसा करने की अनुमति है तो मुझे भी चुनाव क्षेत्र में जाने पर रोक नहीं होनी चाहिए. वे कानून तोड़ना नहीं चाहते.
घर से ही काम निपटा रहे हैं बाबूलाल, प्रवासी की सुन रहेभाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी लॉकडाउन में राजधानी में ही है़ं वह मोरहाबादी स्थित अपने आवास पर रह रहे है़ं श्री मरांडी मोरहाबादी से ही अपने क्षेत्र का काम निपट रहे हैं. विधानसभा क्षेत्र की समस्या सुन रहे है़ं श्री मरांडी लगातार कार्यकर्ताओं से संपर्क में है़ं लॉकडाउन के प्रावधान के कारण वह बाहर नहीं निकल पा रहे है़ं राजधनवार क्षेत्र से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में है़ं श्री मरांडी प्रवासी मजदूरों के लिए अपने अावास से ही काम कर रहे है़ं जन प्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र जाने की मांगी अनुमतिरांची. राज्य के सांसदों, मंत्रियों व विधायकों को कोविड-19 के तहत चल रहे राहत कार्य की समीक्षा के लिए उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र जाने की अनुमति केंद्र सरकार से मांगी गयी है. गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में आपदा प्रबंधन प्रभाग के संयुक्त सचिव को पत्र लिख कर इस संबंध में दिशा-निर्देश मांगा है. केंद्रीय सचिव को बताया गया है कि झारखंड राज्य के कुछ सांसद, मंत्री एवं विधायक 24 मार्च से ही अपने निर्वाचन क्षेत्र के बाहर हैं. इसलिए इन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोविड-19 से निपटने के लिए विभिन्न प्रशासनिक कार्रवाई की समीक्षा के लिए क्षेत्र भ्रमण की अनुमति दी जाये.