प्रतिनिधि, खलारी : प्रखंड क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां अक्सर वज्रपात की घटनाएं होती रहती हैं. परंतु वज्रपात जैसी घटनाओं से निपटने के लिए खलारी प्रखंड के एक भी सरकारी स्कूलों में तड़ित चालक नहीं है. प्रखंड में कुल 52 सरकारी विद्यालय हैं और बारिश जारी है. ऐसे में प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों पर बरसात के मौसम में वज्रपात का खतरा मंडराता रहता है. इस कारण इन सरकारी विद्यालयों में वज्रपात से कभी-भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है. सरकार की ओर से विद्यालयों में तड़ित चालक यंत्र लगवाने के लिए भी पहल नहीं की जा रही है. शिक्षा विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग की सुस्ती भी देखा जा रहा है. जिसके कारण विद्यालयों में तड़ित चालक यंत्र की व्यवस्था अब तक नहीं हो पायी है. जानकारों ने बताया कि एक दशक पूर्व खलारी प्रखंड के लगभग एक दर्जन सरकारी स्कूलों में तड़ित चालक यंत्र लगवाया गया था, लेकिन सभी विद्यालयों का तड़ित चालक यंत्र चोरी हो गयी. उसके बाद से तड़ित चालक यंत्र नहीं लगाया गया. 15 वर्ष पहले लगा था तड़ित चालक बीपीओ सरवरी नाथ चौरसिया ने बताया कि किसी भी सरकारी विद्यालय में तड़ित चालक यंत्र नहीं लगा है. लगभग 15 वर्ष पहले 13 विद्यालयों में तड़ित चालक यंत्र लगा था. जो कि सभी जगहों का तड़ित चालक यंत्र चोरी हो गये. उन्होंने बताया कि अगले वर्ष हरहु बसरिया के आगे बहेरा खाड़ उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में लगा तड़ित चालक यंत्र भी चोरी हो गये. विभाग को इसकी मौखिक व लिखित जानकारी दे दी गयी है. पर दोबारा तड़ित चालक लगाने की दिशा में अभी पहल नहीं हुआ है.
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