मॉनसून की बेरुखी : जून तक होनी चाहिए थी 150 मिमी बारिश, हुई सिर्फ 50 मिमी
झारखंड में मॉनसून का आगमन 19 जून को हो चुका है, लेकिन एक हफ्ते बाद भी उम्मीद के अनुसार मॉनसून की बारिश नहीं हुई है.
मुख्य संवाददाता, (रांची).
झारखंड में मॉनसून का आगमन 19 जून को हो चुका है, लेकिन एक हफ्ते बाद भी उम्मीद के अनुसार मॉनसून की बारिश नहीं हुई है. जबकि, मौसम विभाग एक जून से ही मॉनसून और प्री मॉनसून बारिश की गणना शुरू कर देता है. इस लिहाज से 26 जून तक राज्य में 150 मिमी बारिश हो जानी चाहिए थी, जबकि अब तक 50 मिमी बारिश ही दर्ज की गयी है. राज्य के ज्यादातर जिलों में सामान्य से 50 से 92 फीसदी तक कम बारिश दर्ज की गयी है. सबसे खराब स्थिति पलामू प्रमंडल की है. कोल्हान और संताल के कुछ जिलों में ही हल्की बारिश हुई है. इधर, आशंका जतायी जा रही है कि कम बारिश के कारण इस वर्ष खरीफ की खेती समय पर नहीं हो पायेगी. राज्य में आमतौर पर 15 जुलाई से रोपा शुरू होता है. इससे पहले 20 से 25 दिन बिचड़ा तैयार करने में लगता है. कुछ जिलों में किसानों ने प्री मॉनसून बारिश में ही बिचड़ा तैयार करने के लिए बीज डाल दिया था. बारिश नहीं होने के कारण यह बिचड़ा भी सूखने लगा है. मौसम की मौजूदा स्थिति को लेकर किसान पसोपेश में हैं और अब तक खेती की तैयारी शुरू नहीं कर पाये हैं. पिछले दो साल से लगातार किसानों को धोखा हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है