रांची. इंडिया गठबंधन की रांची लोकसभा प्रत्याशी रांची यशस्विनी सहाय ने नामांकन के बाद मोरहाबादी मैदान में चुनावी सभा की. सभा में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि शहीदों एवं क्रांतिकारियों की धरती में फिर से क्रांति होगी. राज्य की सभी 14 सीटें जीत कर देश में राहुल गांधी के नेतृत्ववाली इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने में अहम रोल अदा करेगी. इंडिया गठबंधन के सभी 14 प्रत्याशी झारखंडी हैं. कोई भी बाहरी नहीं है. झारखंड झारखंडियों का था और हमेशा रहेगा. श्री मीर ने कहा कि इंडिया गठबंधन खोखले दावों के साथ चुनाव नहीं लड़ रहा है.
श्री मीर ने दावा करते हुए कहा कि न्याय पत्र में कही गयी सभी बातें कांग्रेस लागू करेगी. पहले और दूसरे फेज में हुए 184 सीटों में से इंडिया गठबंधन 125 सीटों पर जीत रही है. दक्षिण में भाजपा साफ हो गयी है. राजस्थान, गुजरात, बिहार, यूपी जैसे राज्यों में भी भाजपा को भारी नुकसान होने होने जा रहा है. केंद्र में गठबंधन सरकार बनने पर सरना धर्म कोड, खतियान आधारित स्थानीय नीति, ओबीसी आरक्षण जैसे हक झारखंड को दिया जायेगा. उन्होंने कहा यशस्विनी सहाय केवल सुबोधकांत की नहीं, पूरे झारखंड की बेटी है. ऐसी पढ़ी-लिखी महिलाओं के राजनीति में आने से उनके हक-हुकूक की बातें दिल्ली तक गूंजेगी.जुमलों को गारंटी बता भाजपा लड़ रही है चुनाव : सुबोधकांत
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि बेटी काे टिकट मिलने में मेरा कोई रोल नहीं रहा है. यशस्विनी सोनिया-राहुल की पंसद हैं. मैं यशस्विनी को राजनीति से दूर रख कर उसका घर-बार बसा सकता था. लेकिन, समाज का भला करने के लिए उभरती हुई प्रतिभा को सार्वजनिक जीवन में लाने का फैसला किया. यशस्विनी की पढ़ाई-लिखाई भले बाहर हुई है, मगर हमारा परिवार मूल रूप से झारखंडी है. जिस तरह लोगों ने मुझे नेता बनाने की जगह हमेशा सुबोध भैया ही बनाये रखा, उसी प्रकार मेरी बेटी को अपनी बेटी, बहन बना कर प्यार दें. उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी ने जो जुमले कहे थे, अब उनको ही गारंटी बता कर चुनाव लड़ा जा रहा है.बाहरी नहीं, खतियानी झारखंडी हूं : यशस्विनी
इंडिया गठबंधन की कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने कहा कि मैं बाहरी नहीं, खतियानी झारखंडी हूं. पढ़ाई-लिखाई बाहर करने से कोई बाहरी नहीं हो जाता है. मैं वोट नहीं, राज्य की जनता का प्यार मांगने आयी हूं. कांग्रेस संविधान बदलने नहीं देगी. लोकतंत्र खत्म होने नहीं देगी. गठबंधन की सरकार बनी, तो महिलाओं को हर माह 8,500 रुपये और महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि अच्छे दिन का वादा कर आयी भाजपा सरकार ने पूरे देश में बुरे दिन ला दिये.मुद्दे पर बात ही नहीं करते प्रधानमंत्री : ठाकुर
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यशस्विनी सहाय को सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़के ने चुनाव में उतारा है. देश के हालात ऐसे बना दिये गये हैं, जब हिंदू-मुस्लिम, आदिवासी-ईसाई,, पिछड़ा-अगड़ा पर शक कर रहा है. हर कोई एक-दूसरे पर शक की निगाह से देख रहा है. वहीं, देश के प्रधानमंत्री मुद्दे पर बात ही नहीं करते हैं. उनसे मां के बारे में पूछा जाये तो बुआ के बारे में और बुआ के बारे में पूछा जाये तो मां के बारे में बातें करते हैं.बाबूलाल ने ओबीसी का आरक्षण कम किया : आलमगीर
कांग्रेस विधायक दल नेता सह मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि झारखंड में अब मतदान शुरू होने वाला है. मतदान के दिन संविधान बदलने की बात करनेवालों को ही बदलने का काम होना चाहिए. जनता तय करें कि 2014 से 2024 तक देश में क्या होना चाहिए था. राज्य की गठबंधन सरकार ने सरना धर्म कोड, स्थानीय नीति और ओबीसी आरक्षण सदन से पास करके केंद्र सरकार को भेजा. मगर उसे लागू नहीं होने दिया गया. ओबीसी आरक्षण पर राजनीति करने वाली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने ही उसे कम करने का काम किया है.संविधान बदलने की कोशिश करनेवालों को ही बदल डालें : बंधु
कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि देश में नेहरू से लेकर अटल जी तक प्रधानमंत्री बने. लेकिन, नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री देश ने कभी नहीं देखा था. कोविड काल में उन्होंने थाली बजवा दिया. दीया जलवा दिया. लोग स्वयं बतायें कि थाली बजाने या दिया जलाने से रोग और दुख कैसे खत्म होता है. उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव सभी के लिए करो या मरो का चुनाव है. कमर कस लें और संविधान बदलने की कोशिश करनेवालों को ही बदल डालें.यशस्विनी ने लिया चंपाई का आशीर्वाद
नामांकन से पूर्व यशस्विनी सहाय ने मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का आशीर्वाद लिया. वह उनसे मिलने मुख्यमंत्री के मोरहाबादी स्थित आवास पहुंचीं. पूर्व में मुख्यमंत्री को भी नामांकन में शामिल होना था. परंतु, नेमरा जाने का कार्यक्रम होने की वजह से वह नामांकन और सभा में शामिल नहीं हो सके. सभा में झामुमो जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम, राज नेता कैलाश यादव, सामाजिक संगठनों के अगुवा अजय तिर्की, कुंदरसी मुंडा, शिवा कच्छप, निरंजना हेरेंज, प्रेम शाही मुंडा, विधायक राजेश कच्छप, कुमार राजा, राकेश किरण, राजीव रंजन प्रसाद, रमा खलखो, शहजादा अनवर, प्रदीप तुलस्यान, अजय नाथ शाहदेव, राकेश सिन्हा, मनोहर यादव, राजेश यादव,धर्मेंद्र महतो सहित विभिन्न दलों के कई नेता एवं कार्यकर्ता शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है