रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गयी है. मुख्यमंत्री श्री सोरेन को एक ई-मेल के जरिये यह धमकी दी गयी है. पुलिस प्रवक्ता सुमन गुप्ता ने शुक्रवार (17 जुलाई, 2020) को यह जानकारी दी.
सुमन गुप्ता ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री एवं उनके परिवार को जाने से मारने की धमकी दी गयी है. धमकी भरा एक ई-मेल सामने आया है. इस संबंध में साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इस मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. साइबर सेल की पुलिस पता लगाने में जुटी है कि यह ई-मेल किसने और कहां से भेजा है.
श्रीमती गुप्ता ने कहा कि प्रोटोन मेल और टूटा नोटा ई-मेल के जरिये सूबे के मुखिया को धमकाया गया है. पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि धमकी भरे ई-मेल का सर्वर जर्मनी और स्विट्जरलैंड का है. धमकी के लिए इस्तेमाल किये गये ई-मेल से यूजर का लोकेशन ट्रेस करना आसान नहीं है.
उन्होंने कहा कि कि मामले की तफ्तीश में सीआइडी (CID) और साइबर सेल (Cyber Cell) जुट गयी है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस्तेमाल किये गये मेल के सर्वर से यूजर की जानकारी के लिए साइबर सेल मेल करने की तैयारी में है. उन्होंने कहा कि इस मामले में 13 जुलाई को साइबर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
मुख्यमंत्री और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद सूबे की सियासत गरमा गयी है. सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इसे हेमंत सोरेन की सरकार के द्वारा किये जा रहे जनहित कार्यों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया है. पार्टी विधायक सुदिव्य सोनू ने कहा कि यह डराने-धमकाने का प्रयास है.
उन्होंने कहा कि झामुमो की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार जनहित के मुद्दे को लागू कर रही है. इसलिए इस तरीके की चीजों को करके ध्यान भटकाया जा रहा है. जनता में संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री तक को धमकी मिल रही है.
झामुमो नेता श्री सोनू ने कहा कि जल्दी ही पुलिस इस मामले का खुलासा करेगी. इस साजिश के पीछे जो भी लोग होंगे, उनके चेहरे सामने आयेंगे और वे चौंकाने वाले होंगे. सुदिव्यू ने कहा कि यकीन मानिये, धमकी के पीछे उसी विचारधारा के लोग होंगे, जिनके खिलाफ लड़कर झारखंड ने खुद को हेमंत सोरेन के माध्यम से आजाद किया है.
हेमंत सोरेन सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर ने कहा कि जो नेतृत्व करने वाले लोग होते हैं, उनको हमेशा ऐसी बातें सुनने को मिलती रहती हैं. इस तरह की धमकियों से राजनेता के मनोबल को दबाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इसकी जांच होनी चाहिए और जिस ई-मेल से धमकी दी गयी है, उसका पता लगाकर दोषी लोगों को सजा दी जानी चाहिए.
Posted By : Mithilesh Jha