सीआइडी के अधीन कार्यरत साइबर थाना की पुलिस ने पार्ट टाइम जॉब के नाम पर साइबर फ्रॉड करनेवाले गिरोह के तीन आरोपियों को कदमा से गिरफ्तार कर लिया. उन्हें बुधवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. गिरफ्तार आरोपियों में शेखर कुमार (36), बंटी मुखी (28) और सुब्रतो विश्वास (29) हैं. तीनों जमशेदपुर कदमा के निवासी हैं. साइबर थाना की पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी की घटना में प्रयुक्त 10 सिम, 10 मोबाइल, 40 डेबिट कार्ड, 33 चेकबुक, चार पासबुक, 12 स्टांप, 191 विजिटिंग कार्ड, फर्जी रेंट एग्रीमेंट और विभिन्न फर्म के नाम पर लेटरपैड बरामद किया है. गिरोह के लोग दूसरे कई राज्यों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं.
फर्जी कंपनी के खाते में डालता था ठगी के पैसे :
गिरोह का सरगना शेखर कुमार बेंगलुरु से एमबीए कर चुका है. यह फर्जी तरीके से कंपनी बनाकर बैंक में एकाउंट खोलता था और ठगी का पैसा इनमें ट्रांसफर करता था. साइबर डीएसपी नेहाबाला के अनुसार, केस में ठगी के लिए प्रयुक्त इंडसइंड के एक बैंक एकाउंट में एक दिन में 1,84,30,297 रुपये क्रेडिट हुए हैं. जब संबंधित बैंक एकाउंट के बारे में नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से जानकारी हासिल की गयी, तो पता चला कि उपरोक्त खाता के संबंध में महाराष्ट्र, तमिलनाडू, गुजरात और हरियाणा में ठगी के संबंधित कुल 100 शिकायतें दर्ज हैं. इनके पास से बरामद यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर फर्जी फर्म के एसीबीआइ एकाउंट के संबंध में महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना, केरल कर्नाटक एवं राजस्थान में कुल 32 शिकायतें दर्ज हैं. वहीं, सुब्रतो इंटरप्राइजेज के एसबीआइ एकाउंट के संबंध में दिल्ली हरियाणा, कर्नाटक और गुजरात में कुल 11 शिकायतें दर्ज हैं. पीएनबी बैंक एकाउंट के संबंध में छह राज्यों में कुल 36 शिकायतें दर्ज हैं.
पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देकर की ठगी :
साइबर थाना प्रभारी नेहा बाला के अनुसार, 2.88 लाख रुपये के साइबर फ्रॉड की घटना को लेकर साइबर थाना में 15 मार्च को केस दर्ज हुआ था. इस केस में साइबर फ्रॉड ने पीड़िता को टेलीग्राम से एक लिंक भेजा था. होटल का पांच स्टार रैंकिंग कर स्क्रीन शॉट भेजकर पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया था. शुरुआत में साइबर अपराधियों ने पीड़िता को अपने झांसा में लेने के लिए कुछ पैसे भी भेजे. लेकिन बाद में पैसा देना बंद कर दिया गया, तब पीड़िता को ठगी का एहसास हुआ. ठगी के पैसे को साइबर अपराधियों ने ट्रांसफर करने के लिए फेक कंपनी रजिस्टर्ड करा कर इसके नाम पर दिल्ली, यूपी, कोलकाता और ओडिशा में एकाउंट खोले थे. जांच के क्रम में इन बैंक खाताओं से हुए ट्रांजेक्शन की आइडी हॉगकांग और चीन में भी पायी गयी है.
इन 14 कंपनियों का हो रहा था प्रयोग :
यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर, सुब्रतो इंटरप्राइजेज, एलमांटिस एल्यूमिना, डैसमाट इंटरप्राइजेज, लोहार इंटरप्राइजेज, अमरेश कुमार मिश्रा, एपेक्स एल्यूमिनी, कंफर्ट क्रिएशन, बालाजी इंटरप्राइजेज, ओम सर्विसेस, एलूमफैंब इंटीरियो, फैबरिक माइंस, कुमार इंटरप्राइजेज और थ्रेड टाउन.