रांची. आड्रे हाउस में तीन दिवसीय नाट्य महोत्सव का शुक्रवार को आगाज हुआ. इसमें नाट्य संस्था मैट्रिक्स (स्टेप फॉर ह्यूमैनिटी), संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और कला-संस्कृति विभाग झारखंड सरकार सहयोग कर रहे हैं. पहले दिन वसुंधरा आर्ट्स की ओर से नाटक दुश्मन उफ सैया मगन पहलवानी का मंचन किया गया. इसका निर्देशन दीपक चौधरी ने किया. इस मौके पर डॉ कमल बोस, अभिराज कुमार सहित अन्य मौजूद थे. पूरे नाटक में हिकमत सिंह और उसके परिवार ने दर्शकों को खूब हंसाया.
हिकमत सिंह का जब टूटा ब्रह्मचर्य
नाटक का मुख्य किरदार हिकमत सिंह रहता है, जो कि पहलवान है और बजरंगबली का भक्त है. साथ ही उसकी अपनी पड़ोसी से पुश्तैनी दुश्मनी है. हिकमत सिंह दिमाग से ज्यादा अपनी मोटी बुद्धि का इस्तेमाल ज्यादा करता है. ब्रह्मचारी बने रहना, पहलवानी करना और दुश्मन पड़ोसी से कभी कम नहीं होना उसके जीवन का एकमात्र उद्देश्य रहता है. उसे अपने ब्रह्मचर्य और ताकत पर बड़ा घमंड होता है. साथ ही वह हमेशा दुश्मन से बीस रहना चाहता है. इसके विपरीत उसकी मां को बहू चाहिए, पोता चाहिए, जिसकी हिकमत सिंह को कोई फिक्र नहीं रहती है. हिकमत सिंह का मामा बड़ा बुद्धिमान है, वह दुश्मन का हवाला देकर हिकमत सिंह की शादी करा देता है. साथ ही बच्चों के लिए भी तैयार कर लेता है. इधर हिकमत सिंह दुश्मन पर भारी बने रहने के लिए छह बच्चों का पिता बन जाता है और अपनी खुद की जिंदगी हलकान कर लेता है.