75 हजार रुपये घूस लेते इसीएल के तीन अधिकारी गिरफ्तार
सीबीआइ ने इस्टर्न कोल फिल्ड लिमिटेड(इसीएल) राजमहल परियोजना के तीन अधिकारियों के 75 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.
विशेष संवाददाता(रांची). सीबीआइ ने इस्टर्न कोल फिल्ड लिमिटेड(इसीएल) राजमहल परियोजना के तीन अधिकारियों के 75 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गये अधिकारियों में राजमहल परियोजना के चीफ मैनेजर परमेश्वर यादव, डिप्टी मैनेजर बिपिन कुमार और असिस्टेंट रेवेन्यू इंस्पेक्टर पवन कुमार महतो शामिल हैं. इन अधिकारियों ने हैदर अंसारी के 12 लाख रुपये की मुआवजा राशि को विमुक्त करने के लिए छह लाख रुपये घूस की मांग की थी. सीबीआइ द्वारा दर्ज प्राथमिकी में गिरफ्तार किये गये तीनों अधिकारियों के अलावा ओवरसीयर अवनिश पटेल को भी नामज़द अभियुक्त बनाया गया है. हैदर अंसारी की शिकायत पर धनबाद सीबीआइ ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ ‘भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम’ की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी. हैदर ने सीबीआइ को की गयी शिकायत में कहा था कि राजमहल परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीन में उनका घर भी शामिल है. उनके घर के मुआवजा के रूप में 12 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं. लेकिन, मुआवजा की रकम विमुक्त करने के लिए परियोजना के चीफ मैनेजर सहित अन्य अधिकारी छह लाख रुपये घूस मांग रहे हैं. यह मुआवजा राशि का 50 प्रतिशत है. जांच में हैदर की शिकायत को सही पाया गया. पीड़ित पक्ष और इसीएल के अधिकारियों की बीच हुई बातचीत के बाद पहली किस्त के रूप में 75 हजार रुपये देने की बात तय हुई. इसके बाद हैदर ने सोमवार को डिप्टी मैनेजर बिपिन कुमार को 25 हजार रुपये और असिस्टेंट रेवेन्यू इंस्पेक्टर को 50 हजार रुपये दिये. घूस की रकम स्वीकार करते ही जाल बिछा कर बैठी सीबीआइ ने इन दोनों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद परियोजना के चीफ मैनेजर परमेश्वर यादव को भी गिरफ्तार कर लिया. रिश्वतखोरी के इस मामले में आगे की जांच जारी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है