रांची़ रांची रेलवे स्टेशन से एएचटीयू और आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम ने ऑपरेशन आहट के तहत मानव तस्करी का शिकार होने से तीन नाबालिग लड़कों को बचाया है. वहीं पुलिस ने मानव तस्करी के आरोप में छोटू कुमार (19 वर्ष) को गिरफ्तार किया है. आरोपी बिहार के बेगूसराय जिला के बछवाड़ा थाना क्षेत्र का रहने वाला है. मानव तस्करी के शिकार होने से बचाये गये तीनों नाबालिग की उम्र 15-16 वर्ष है. तीनों नाबालिग में से दो बेगूसराय जिला और एक समस्तीपुर जिला का रहने वाला है. आरपीएफ अधिकारी के अनुसार चेकिंग के दौरान टीम ने देखा कि प्लेटफॉर्म संख्या एक पर तीन नाबालिग लड़के संदेहास्पद अवस्था में बैठे हैं. नाबालिग के साथ एक युवक भी है. नाबालिग लड़कों से पूछताछ पर खुलासा हुआ कि बेगूसराय निवासी कुंदन ने विखापट्टनम में खाना बनाने के लिए 14,000 रुपये वेतन दिलाने का वादा किया था. साथ ही 1000 रुपये एडवांस भी दिया था. इसके बाद वे सभी बछवाड़ा स्टेशन पर छोटू कुमार से मिले और विशाखापट्टनम जाने के लिए उसके साथ ट्रेन से रांची स्टेशन आये. छोटू कुमार ने बताया कि विशाखापत्तनम स्टेशन के पास वह ठेकेदार राहुल कुमार के अधीन रेलवे में नाली बनाने का काम करता है. उनसे विशाखापत्तनम में बच्चों को लाने के लिए कहा गया था. आरपीएफ ने तीनों नाबालिग को सुरक्षित रहने के लिए शेल्टर होम भेज दिया है. वहीं गिरफ्तार आरोपी को कोतवाली एएचटीयू थाना को सौंप दिया गया. पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर आरोपी को शनिवार को जेल भेज दिया.
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