रांची. सर्कुलर रोड स्थित पोताला स्वेटर मार्केट में मंगलवार को मानवाधिकार दिवस मनाया गया. मौके पर सभी तिब्बती एकजुट हुए और चीन की ओर से किये जा रहे मानवाधिकार हनन पर विरोध जताया. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि तिब्बत पर चीनी कब्जे के बाद से 1.2 मिलियन से ज्यादा तिब्बतियों की हत्या की गयी है. सैकड़ों युवाओं ने अत्याचार के प्रतिरोध में आत्मदाह किया है. तिब्बत के बड़े हिस्से में चीनियों को बसाने का काम हो रहा है. इससे तिब्बतियों की जनसंख्या के अनुपात में लगातार कमी आ रही है.
तिब्बतियों की संस्कृति नष्ट कर रहा है चीन
लोगों ने कहा कि चीन तिब्बती मठों, शैक्षणिक संस्थानों और तिब्बतियों की संस्कृति को नष्ट कर रहा है. तिब्बत में बुद्धिस्ट भाषा में शिक्षा देने की परंपरा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और बदले में चीनी भाषा मंदारिंन को जबरन थोपा जा रहा है. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मानवाधिकार हनन पर हस्तक्षेप करने का आग्रह किया.
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