Tiger news in Garhwa : गढ़वा के जंगलों में बाघ की दहशत, मवेशी को मार डाला, वन विभाग से अलर्ट जारी
गढ़वा जिले के दक्षिणी वन क्षेत्र के इलाकों में बाघ की दस्तक से दहशत है. बताया जा रहा है कि नये साल की शुरुआत में पहली बार बाघ ने एक भैंस का शिकार करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा. बाद में घायल भैंस की मौत हो गयी.
रमकंडा(गढ़वा). गढ़वा जिले के दक्षिणी वन क्षेत्र के इलाकों में बाघ की दस्तक से दहशत है. बताया जा रहा है कि नये साल की शुरुआत में पहली बार बाघ ने एक भैंस का शिकार करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा. बाद में घायल भैंस की मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग ने रमकंडा, भंडरिया के क्षेत्रों में अलर्ट जारी करते हुए लोगों को जंगलों में नहीं जाने की चेतावनी जारी की है. साथ ही वन विभाग की टीम बाघ को ट्रैक कर रही है. हालांकि, अब तक ट्रैपिंग कैमरे से बाघ की कोई तस्वीर या कोई फुटमार्क नहीं मिले हैं. लेकिन, शिकार करने के तरीकों से विभाग बाघ के होने की संभावना जता रहा है. चूंकि बाघ आदमखोर नहीं है, इसलिए वन विभाग भी राहत की सांस ले रहा है.
कई दिनों से मिल रही मवेशियों पर बाघ के हमले की खबर
जानकारी के अनुसार, भंडरिया वन क्षेत्र के रोदो गांव के ठेकही टोला निवासी इंद्रदेव यादव गुरुवार रात अपनी भैंस को जंगल में चराने गया था. उसी दौरान बाघ ने भैंस पर हमला कर दिया. हालांकि, बाघ नाकाम रहा. किसी तरह रात गुजरने के बाद शुक्रवार सुबह इंद्रदेव ने अपनी भैंस का इलाज शुरू कराया. बाद में उसकी मौत हो गयी. उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले भंडरिया के संगाली गांव के ग्रामीणों ने जंगल में बाघ के होने का दावा किया था. वहीं, बीते 13 नवंबर की रात बड़गड़ थाना क्षेत्र के बहेराखांड़ में पालतू जानवरों का शिकार करने के बाद भंडरिया क्षेत्र के जंगलों से होकर कोयल नदी पार कर बाघ पलामू टाइगर रिजर्व एरिया में पहुंच गया था. इसकी पुष्टि वन विभाग और पीटीआर के अधिकारियों ने की थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है