Loading election data...

Tokyo Olympics 2020 :भारतीय महिला हॉकी टीम के ओलिंपिक में पदक चूकने पर क्या बोले झारखंड की Salima Tete के पिता

टोक्यो ओलिंपिक में भले ही भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक से चूक गयी, लेकिन ओलिंपिक में उनका प्रदर्शन शानदार रहा. झारखंड के सिमडेगा की रहने वाली टीम की सदस्य सलीमा टेटे के पिता ने कहा कि हार कर भी टीम ने दिल जीत लिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2021 1:08 PM

Tokyo Olympics 2020, रांची न्यूज : भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) ने टोक्यो ओलिंपिक में इतिहास रचा है. भले ही महिला हॉकी टीम ओलंपिक में कांस्य पदक नहीं जीत पाई, लेकिन बेहतर प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया. भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य सलीमा टेटे के पिता सुलक्षण टेटे ने कहा कि उनकी बेटी समेत टीम के सभी सदस्यों ने पूरे देश का दिल जीत लिया.

भारतीय महिला हॉकी टीम पहली बार ब्रॉन्ज मेडल के लिए फाइट कर रही थी, लेकिन ग्रेट ब्रिटेन के हाथों भारतीय टीम को 3-4 से शिकस्त का सामना करना पड़ा. भले ही भारतीय टीम कांस्य पदक से चूक गयी, लेकिन ओलिंपिक में उनका प्रदर्शन शानदार रहा. भारतीय टीम पहला बार सेमीफाइनल तक पहुंची थी. भारतीय महिला हॉकी टीम के इस शानदार प्रदर्शन से लोग खुश हैं.

Also Read: Tokyo Olympics 2020 : जश्न के बाद धनरोपनी में जुटा भारतीय महिला हॉकी टीम की Salima Tete का परिवार

भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य सलीमा टेटे के पिता सुलक्षण टेटे ने कहा कि खेल में हार-जीत लगी रहती है. उनकी बेटी समेत टीम के सभी सदस्यों ने पूरे देश का दिल जीत लिया. उनकी बेटी सलीमा काफी गरीबी में पली बढ़ी है. उसकी तरह अन्य बेटियों ने शानदार प्रदर्शन कर ब्रिटेन के छक्के छुड़ा दिये.

Also Read: निक्की व सलीमा के गांववालों ने बारिश के बीच जेनरेटर के सहारे देखा हॉकी मैच, भारतीय टीम की जीत पर मनाया जश्न

झारखंड के सिमडेगा जिले की रहने वाली हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे के गांव में सुबह से ही लोग काफी उत्साहित थे. सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर सलीमा के घर उपलब्ध कराये गये टीवी पर सभी हॉकी का मैच देख रहे थे. सबकी निगाहें सलीमा समेत अन्य खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर टिकी थीं, लेकिन ब्रिटेन हार के बाद लोग मायूस हो गये.

Also Read: भारतीय महिला हॉकी टीम ने हार कर भी जीता सबका दिल, अब खिलाड़ियों को 50-50 लाख देगी हरियाणा सरकार

Posted By : Guru Swarup Mishra

Next Article

Exit mobile version