झारखंड सरकार देगी सलीमा टेटे और निक्की प्रधान को 50-50 लाख रुपये, कच्चे पैतृक मकानों को भी करायेगी पक्का

सीएम की घोषणा, दोनों खिलाड़ियों के कच्चे पैतृक मकानों को पक्का करायेगी सरकार. कहा : ग्रेट ब्रिटेन की टीम को जैसी टक्कर दी, वह तारीफ के काबिल है, पूरी टीम को सलाम करता हूं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2021 6:19 AM

nikki pradhan and salima tete, jharkhand hockey players रांची : तोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों सलीमा टेटे और निक्की प्रधान को झारखंड सरकार 50-50 लाख रुपये देगी. साथ ही उनके पैतृक मकानों को भी पक्का करायेगी. इसकी घोषणा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार की शाम में की. उन्होंने कहा कि भले ही भारतीय महिला हॉकी टीम ओलिंपिक में पदक नहीं जीत सकी, लेकिन बहनों ने मैच में पिछली स्वर्ण पदक विजेता ग्रेट ब्रिटेन की टीम को जिस प्रकार टक्कर दी, वह तारीफ के काबिल है.

पूर्व के फैसले को किया संशोधित :

सीएम ने कहा कि सरकार ने पहले ही राज्य के खिलाड़ियों को स्वर्ण जीतने पर दो करोड़, कांस्य पर एक करोड़ व रजत पर 50 लाख का पुरस्कार देने की घोषणा की थी. भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक की जंग नहीं जीत सकी, लेकिन टीम के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार ने पूर्व के फैसले को संशोधित करते हुए अपने खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये देने का निर्णय लिया है.

इसके साथ ही उनके पैतृक घरों को भी सरकार पक्के मकान में तब्दील करायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल पहुंच कर इतिहास रच दिया है. अपने जज्बे से साबित किया कि वह दुनिया की किसी भी बेहतर टीम को टक्कर देने का माद्दा रखती है.

टीम को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं

सीएम ने कहा कि टीम को इस मुकाम तक पहुंचाने में हर खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ का योगदान है. पूरा झारखंड दिल की गहराइयों से उनका आभार प्रकट करते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता है. झारखंड सरकार खेलों में आगे आने वाले खिलाड़ियों को हर प्रकार की सुविधा देने के लिए दृढ़ संकल्पित है.

हाल ही में राज्य सरकार ने खेलों में अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल करने वाले खिलाड़ियों को नौकरी प्रदान की है. यह क्रम आगे भी जारी रहेगा. प्रतिभाशाली झारखंडी युवाओं की प्रतिभा निखारने के लिए हरसंभव सुविधा दी जायेगी, ताकि झारखंड के खिलाड़ियों का लोहा हर कोई माने.

Posted By : Sameer Oraon

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