रांची : सारंडा जंगल में शीर्ष नक्सली अब यूक्रेन की तर्ज पर लड़ाई की कर रहे तैयारी
सेंट्रल कमेटी सहित अन्य शीर्ष नक्सलियों ने बैठक कर पुलिस पर हमला के लिए तीन सेक्शन तैयार किया है. एक का नाम पावेल सेक्शन रखा गया है. इसमें कुल कुल नौ लोग शामिल हैं. दूसरे सेक्शन का नाम है सुमित्र सेक्शन.
रांची : चाईबासा के सारंडा जंगल में अब शीर्ष नक्सली पुलिस पर हमला के लिए यूक्रेन की तर्ज पर लड़ाई की योजना तैयार कर रहे हैं. सेंट्रल कमेटी के नक्सली अनल की डायरी पढ़ने पर पुलिस को यह जानकारी मिली है. उसने अपनी डायरी में पुलिस से बदला लेने के लिए पूरी योजना तैयार कर रखी है. उसने लिखा है कि दुश्मनों (पुलिस) के कारण आर्थिक संकट उत्पन्न होता जा रहा है और इससे निकलने के लिए यूक्रेन जैसी युद्ध की आवश्यकता है. अनल ने अपनी डायरी में यह भी लिखा है कि हमारी लड़ाई को वियतनाम की तरह दिखाया जा रहा है. लेकिन हम ऐसा नहीं कर पा रहे हैं. अगर हम सचमुच वियतनाम की तरह करें, तो निश्चित रूप से दुश्मनों को पीछे हटा सकेंगे. इसलिए हमें समझना होगा कि जब वियतनाम जैसा छोटा सा देश अमेरिका को पीछे हटा सकता है, तो हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते. इसलिए हमें पीछे नहीं हटना है.
नक्सलियों ने पुलिस पर हमला के लिए तैयार किया है तीन सेक्शन
सेंट्रल कमेटी सहित अन्य शीर्ष नक्सलियों ने बैठक कर पुलिस पर हमला के लिए तीन सेक्शन तैयार किया है. एक का नाम पावेल सेक्शन रखा गया है. इसमें कुल कुल नौ लोग शामिल हैं. दूसरे सेक्शन का नाम है सुमित्र सेक्शन. इसमें कुल आठ लोग शामिल किये गये हैं. तीसरे सेक्शन का नाम है चोरोन सेक्शन. इसमें कुल 14 नक्सली शामिल हैं. वहीं दूसरी ओर पुलिस पर सिर्फ फायरिंग के लिए चार फायर ग्रुप तैयार किया गया है. पहला फायर ग्रुप नक्सली अपना के नेतृत्व में काम करेगा. इसमें 12 लोग शामिल हैं. दूसरा फायर ग्रुप अश्विन के नेतृत्व में तैयार किया गया है. इसमें सात नक्सली शामिल हैं. तीसरा फायर ग्रुप नक्सली कादिरीसुम के नेतृत्व में तैयार किया गया है. इसमें नौ लोग शामिल हैं. जबकि चौथा फायर ग्रुप नक्सली सुशील के नेतृत्व में तैयार किया गया है. इसमें अन्य सदस्यों को शामिल किया जा रहा है.
नक्सली हमला के लिए तैयार कर रहे पेट्रोल बम और गोला
नक्सली पहले पुलिस को ट्रैप करने के लिए बूबी ट्रैप, स्पाइक हॉल का इस्तेमाल करने के साथ हमले के लिए तीर बम का इस्तेमाल कर चुके हैं. लेकिन अब नक्सली हमला के लिए पेट्रोल बम तैयार कर रहे हैं. इसके साथ हमला के लिए बड़ा गोला भी तैयार किया जा रहा है. युद्ध के लिए खाद्यान्न सामग्री जुटाने के साथ- साथ तीर बम, गोला, बुबी ट्रैप, माइन बनाने के लिए विस्फोटक सामग्री सहित अन्य सामान एकत्र कर रहे हैं. इसे एकत्र करने के लिए अलग-अलग नक्सलियों को जिम्मेवारी दी गयी है.