रांची : झारखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच झारखंड सरकार 48 घंटे के भीतर एक बार फिर से टोटल या कम्प्लीट लॉकडाउन की घोषणा कर सकती है. पिछले सप्ताह कोरोना की रफ्तार इतनी तेज रही कि कई मानकों पर झारखंड ने देश को पीछे छोड़ दिया. यानी स्थिति भयावह है.
कोरोना के इलाज के लिए बने कोविड19 अस्पतालों में जगह फुल हो रहे हैं. स्थिति को देखते हुए ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सोमवार (13 जुलाई, 2020) को कहा है कि सरकार हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकती. यानी अब कोई सख्त कदम उठाना ही होगा.
राज्य में 31 जुलाई तक लॉकडाउन की घोषणा पहले ही हो चुकी है. कुछ शर्तों के साथ सीमित आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति सरकार ने दी थी. इस दौरान लोगों ने लॉकडाउन में सीमित छूट का गलत अर्थ निकाला और कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर पूरी तरह लापरवाह हो गये.
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नतीजा यह हुआ कि कोरोना के संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ. मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी. रविवार (12 जुलाई, 2020) को एक दिन में सबसे ज्यादा 7 लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 31 हो गयी.
झारखंड में मंत्री से लेकर विधायक तक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. अधिकारियों के घरों में भी कई लोग कोरोना से संक्रमित पाये गये हैं. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक मथुरा महतो के कोरोना की चपेट में आने के बाद सरकार सकते में आ गयी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत मुख्यमंत्री कार्यालय के तमाम वरिष्ठ अधिकारी होम कोरेंटिन में चले गये. सत्तारूढ़ पार्टी झामुमो के केंद्रीय कार्यालय को बंद कर दिया गया. पार्टी की तमाम गतिविधियों को ब्रेक लग गया. यहां तक कि ऑनलाइन बैठकें भी रद्द हो गयीं.
देश में पिछले 7 दिनों में कोरोना के संक्रमण के बढ़ने की रफ्तार 3.43 फीसदी रही, जबकि झारखंड में इससे कहीं अधिक 4.16 फीसदी. कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि की बात करें, तो देश में 20.54 दिन में मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है, तो झारखंड में अब महज 17.01 दिन में ही मरीजों की संख्या में 100 फीसदी का इजाफा हो रहा है.
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रिकवरी रेड में झारखंड राष्ट्रीय दर से खराब स्थिति में आ गया है. देश में 62.92 फीसदी लोग इस बीमारी से जीत रहे हैं, तो झारखंड में यह दर घटकर 61.38 रह गयी है. एकमात्र मोर्चे पर झारखंड की स्थिति देश से बेहतर है. वह है मृत्यु दर. देश में कोरोना से संक्रमित लोगों में 2.66 फीसदी लोगों की मौत हो रही है, तो झारखंड में यह आंकड़ा महज 0.82 फीसदी है.
झारखंड में इस वक्त 1,421 एक्टिव केस हैं. अब तक 2,308 लोग ठीक हो चुके हैं. यहां 33 लोगों की मौत हुई है. राज्य में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 3,760 हो गयी है. 31 मार्च, 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद 11 जुलाई तक राज्य में 24 लोगों की मौत हुई थी. सबसे ज्यादा 7 लोगों की मौत रांची में हुई है.
Posted By : Mithilesh Jha