झारखंड के पर्यटन स्थलों का जल्द कायाकल्प होगा. वन विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. कई चरणों में इसका जीर्णोद्धार किया जायेगा. इको टूरिज्म योजना के तहत वन विभाग ने कोल्हान के दलमा, पलामू के बेतला, उत्तरी प्रमंडल (हजारीबाग) के कैनेरी हिल को विकसित करने की योजना है. पहले चरण में इसके जीर्णोद्धार पर छह करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके तहत सीढ़ियों पर टाइल्स, ओपेन जिम, सोलर पावर बैंक, विद्युतीकरण, जलापूर्ति की व्यवस्था समेत जनसुविधाओं से जुड़ी अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी. दलमा के मकुलाकोचा-3 में विद्युतीकरण और फर्चीनर का निर्माण कराया जायेगा. मड हाउस काे भी घेरा जायेगा. दलमा स्थित मंदिर की सीढ़ियों में टाइल्स और स्टील रेलिंग लगायी जायेगी. मंदिर के पास लकड़ी का बेंच लगाया जायेगा. गजीबो में डस्टबिन लगाया जायेगा.10 केवी के सोलर पावर बैंक और जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी. मकुला कोचा में एक ओपेन जिम का निर्माण होगा. आठ कियोस्क भी बनाये जायेंगे. टूरिस्ट गाइड को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा. यहां बटरफ्लाइ के संरक्षण का काम भी होगा.
इको टूरिज्म योजना के तहत चाईबासा में जागरूकता पार्क का निर्माण आम किया जायेगा. गोशाला जॉगर्स सह जागरूकता पार्क में 25 लाख रुपये की लागत से मिट्टी का कार्य होगा. यहां तालाब, पौधरोपण, बागवानी, बैठने की व्यवस्था की जायेगी. साइनेज और सौंदर्यीकरण का काम भी होगा. पलामू के बेतला स्थित टाइगर पार्क के सुंदरीकरण हो रहा है. यहां कराये गये कार्यों के लिए करीब 36 लाख रुपये मजदूरी के रूप में स्वीकृत किया गया है.
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हजारीबाग स्थित कैनरी हिल में बायोडायवर्सिटी पार्क के निर्माण पर पहले चरण में 2.70 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है. वहां मौजूद तालाब का भी जीर्णोद्धार किया जायेगा. पब्लिक यूटिलिटी सेवा बनायी जायेगी. परिसर के अंदर पाथ-वे का निर्माण किया जायेगा. कंक्रीट का डिजाइनर बेंच भी लगाया जायेगा. कंक्रीट और बांस का गजीबो बनाया जायेगा. कई इको फ्रेंडली डस्टबिन लगाया जायेगा. वन विभाग ने तय किया है कि तालाब के किनारे स्टील की रेलिंग लगायी जायेगी. परिसर में झूला, स्लाइडर और चिल्ड्रेन पार्क का निर्माण भी कराया जायेगा.
झारखंड में कई सुंदर स्पॉट हैं. इसमें वन विभाग के क्षेत्र में जो भी पर्यटन दृष्टिकोण से स्थान है. उसका विकास हो रहा है. कई स्थानों को विकसित किया गया है. कुछ को विकसित किया जा रहा है. झारखंड की खूबसूरती बाहर के लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से काम हो रहा है.
एनके सिंह, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास)