शक्तिपुंज एक्सप्रेस का ठहराव नहीं होने से घटे पर्यटक
पर्यटन पर पड़ रहा विपरीत प्रभाव, नहीं आ रहे पश्चिम बंगाल के पर्यटक
रोहित कुमार, मैक्लुस्कीगंज मैक्लुस्कीगंज स्टेशन में शक्तिपुंज एक्सप्रेस का ठहराव नहीं होने से पर्यटन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. मैक्लुस्कीगंज शिक्षा के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में विख्यात है. पश्चिम बंगाल से मैक्लुस्कीगंज का ऐतिहासिक जुड़ाव व संबंध रहा है. ऐसे में बंगाल से पूरे वर्ष पर्यटक यहां आते रहते हैं. शक्तिपुंज एक्सप्रेस का ठहराव यहां लगभग ढाई वर्षों से नहीं हो रहा है. पहले बंगाल के पर्यटक सीधे मैक्लुस्कीगंज स्टेशन पहुंचते थे, और अब पर्यटकों को जमशेदपुर-रांची के रास्ते या फिर टोरी-चंदवा स्टेशन से वाहन बुक कर अतिरिक्त खर्च कर मैक्लुस्कीगंज आना पड़ता है. वहीं चंदवा से वाहन चालक देर रात मैक्लुस्कीगंज आने से कतराते हैं. यह मार्ग अतिसंवेदनशील है. सभी परेशानियों को देखते हुए ज्यादातर बंगाली पर्यटकों ने अन्यत्र रुख कर लिया है. जिससे स्थानीय ग्रामीण, रेस्टोरेंट, होटल, गेस्ट हाउस, होमस्टे, दुकानदार व धंधे से जुड़े लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. पर्यटन विभाग को भी भारी राजस्व की क्षति हो रही है. पठन-पाठन से जुड़े लोग, अभिभावकों, शिक्षकों व विद्यार्थियों को शक्तिपुंज एक्सप्रेस के ठहराव नहीं रहने से मशक्कत करनी पड़ रही है. मैक्लुस्कीगंज से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर चंदवा-टोरी स्टेशन पर उतरकर निजी वाहन बुक कर मैक्लुस्कीगंज आना पड़ता है. वहीं पर्यटकों को भी चंदवा या तो रांची से लंबी दूरी तय कर मैक्लुस्कीगंज आना पड़ता है. कोरोना काल में ट्रेन का ठहराव किया स्थगित : कोरोना काल के समय ट्रेनों के परिचालन को मैक्लुस्कीगंज में रोक दिया गया था. राष्ट्रीय पर्यटन स्थल घोषित मैक्लुस्कीगंज स्टेशन पर भी लगभग सभी ट्रेनों का ठहराव रोक दिया गया. जब स्थिति सामान्य हुई, तब ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया, लेकिन पलामू व शक्तिपुंज एक्सप्रेस का ठहराव विभागीय कारणों से पूर्णतः बंद कर दिया गया. मैक्लुस्कीगंज व आसपास के ग्रामीणों, राज्यसभा सांसद आदित्य प्रसाद साहू, रांची सांसद संजय सेठ, कांके विधायक समरीलाल के प्रयास के बाद विभागीय स्वीकृति मिलने पर 14 जनवरी को पलामू एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव मैक्लुस्कीगंज स्टेशन पर हुआ. जिसका स्वागत तत्कालीन रांची सांसद संजय सेठ (वर्तमान में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री) व कांके विधायक समरीलाल ने समर्थकों के साथ मैक्लुस्कीगंज स्टेशन पर किया गया था. लगभग 15 मिनट रुकने के बाद देर रात लगभग 10.40 में भाजपा सांसद, विधायक व रेलवे अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. फ़ोटो 3 – अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल कोच श्री शेखर बोस. शक्तिपुंज का ठहराव जरूरी : मैक्लुस्कीगंज निवासी अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल कोच शेखर बोस ने कहा कि दो सांसदों (राज्यसभा सांसद आदित्य प्रसाद साहू व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सह सांसद रांची संजय सेठ) व मनोनीत विधायक व कांके विधायक समरीलाल के प्रयास के बाद भी शक्तिपुंज एक्सप्रेस का पुनः ठहराव की स्वीकृति नहीं मिल पाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा किसी भी परिस्थिति में एंग्लो इंडियन गांव मैक्लुस्कीगंज में शक्तिपुंज एक्सप्रेस ट्रेन का पुनः ठहराव सुनिश्चित होनी चाहिए, तभी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि यहां शक्तिपुंज का ठहराव जरूरी है. इससे क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलता है.
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