किसानों के समर्थन में झारखंड में 31 जनवरी को ट्रैक्टर रैली का होगा आयोजन, कृषि मंत्री ने एकजुट होने की अपील की
Jharkhand News, Ranchi News, रांची : 3 नये कृषि कानून बिल का विरोध झारखंड में भी हो रहा है. किसानों के हित में कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर आगामी 31 जनवरी, 2021 को गोड्डा के कारगिल चौक से देवघर स्थित रोहिणी शहीद स्थल तक किसान ट्रैक्टर रैली निकाली जायेगी. इस बात की जानकारी झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात करते हुए दी.
Jharkhand News, Ranchi News, रांची : 3 नये कृषि कानून बिल का विरोध झारखंड में भी हो रहा है. किसानों के हित में कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर आगामी 31 जनवरी, 2021 को गोड्डा के कारगिल चौक से देवघर स्थित रोहिणी शहीद स्थल तक किसान ट्रैक्टर रैली निकाली जायेगी. इस बात की जानकारी झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात करते हुए दी.
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि गांधीवादी तरीके से ट्रैक्टर रैली की गूंज दिल्ली के रायसीना हिल तक पहुंचेगी. आगामी 31 जनवरी, 2021 की ट्रैक्टर रैली के संयोजक पूर्व मंत्री सह पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव होंगे. वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव, विधायक दल नेता आलमगीर आलम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, पार्टी के विधायक और गठबंधन दल के नेता शिरकत करेंगे.
श्री बादल ने राज्य के सभी किसान भाई- बहनों से अपील किया है कि ट्रैक्टर के साथ देवघर के शहीद चौक तक कूच करें. साथ ही इस ट्रैक्टर रैली को सफल बनाने में सभी किसान भाई-बहनों से सहयोग की अपील भी की गयी है. मंत्री ने कहा कि पिछले दिनों जब किसानों के आंदोलन को समर्थन देने सिंधु बाॅर्डर गये थे, तो उस वक्त किसानों की स्थिति देख काफी पीड़ा हुई थी. इसके बावजूद केंद्र सरकार इस दिशा में कोई ठोस पहल नही निकाल रही है.
उन्होंने कहा कि आगामी 31 जनवरी को गांधीवादी तरीके से विशाल ट्रैक्टर रैली का आयोजन होगा. हर जगह पर बैठक आयोजित कर किसानों को आमंत्रित किया जा रहा है. राज्य के सभी जगहों से किसानों को बुलाया जा रहा है. उन्होंने 26 जनवरी, 2021 की घटना की निंदा करते हुए कहा कि वैसे लोग जो इस आंदोलन को असफल बनाना चाहते थे उन्होंने षड़यंत्र के तहत किसानों के आंदोलन को आक्रोशित करने का काम किया है.
कृषि मंत्री ने 26 जनवरी की घटना के लिए राष्ट्रपति और सर्वोच्च न्यायालय से स्वत: संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है, ताकि पूरे मामले का पर्दाफाश हो सके. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को खत्म करने की एक साजिश थी. केंद्र सरकार की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठता है. रैली और आंदोलन को दबाने का यह षड़यंत्र था जो लोग भी इसमें शामिल हैं वह चिह्नित होंगे और उन्हें दंडित होना चाहिए. इस संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू भी उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.