रांची के ट्रैफिक पुलिसवालों की दबंगई, अंडा ठंडा मिला तो दुकानदार को पीटा, केस भी किया

अरगोड़ा चौक के आस-पास के लोगों का कहना है कि अंडा खाने का विवाद निजी मामला है और यह सरकारी काम में बाधा डालने का मामला नहीं बनता है. लेकिन अरगोड़ा पुलिस ने अंडा विक्रेताओं के खिलाफ केस मजबूत करने के लिए प्राथमिकी में जबरन सरकारी काम में बाधा डालने का केस जोड़ दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 28, 2023 4:11 AM

रांची : अरगोड़ा चौक के समीप एक ठेला में अंडा ठंडा मिला तो ट्रैफिक पुलिस आशीष कुमार व उसके साथियों ने दुकानदार रोशन यादव व राजेश यादव की पिटाई कर दी. इसके बाद दुकानदार और उसके पांच-छह साथियों पर मारपीट का आरोप लगा दिया. इतने होने के बाद उक्त पुलिसकर्मी ने मारपीट के साथ सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करा दी. केस दर्ज करने के बाद अरगोड़ा की रांची पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दुकानदार रोशन यादव व राजेश यादव और उनके सहयोगी भोला कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

जानकारी के अनुसार जगन्नाथपुर ट्रैफिक थाना में पदस्थापित आशीष कुमार ने प्राथमिकी में लिखा है कि अरगोड़ा चौक पर ट्रैफिक पुलिस ड्रंक एंड ड्राइव चला रही थी. उसी समय चौक के पास रोशन व राजेश की दुकान पर अंडा खाने पहुंचे तो उसने ठंडा अंडा दे दिया. जब अंडा के ठंडा होने की बात कही, तो रोशन यादव ने कहा कि ऐसा ही मिलेगा, खाना है तो खाइये नहीं तो जाइये. जब हम जाने लगे तो दुकानदार ने पीछे से धकेल दिया. जिससे वह गिर गया. बाद में दुकानदार ने अन्य लोगों को बुलाकर मारपीट की. इधर अरगोड़ा चौक के आस-पास के लोगों का कहना है कि अंडा खाने का विवाद निजी मामला है और यह सरकारी काम में बाधा डालने का मामला नहीं बनता है. लेकिन अरगोड़ा पुलिस ने अंडा विक्रेताओं के खिलाफ केस मजबूत करने के लिए प्राथमिकी में जबरन सरकारी काम में बाधा डालने का केस जोड़ दिया.

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अरगोड़ा थाना में की गयी थी युवक की पिटाई

रांची: अरगोड़ा पुलिस की एक दरिंदगी इसी साल 15 जून 2023 को भी सामने आयी थी. पुलिसकर्मियों ने हरमू के युवक विनोद कुमार सिन्हा की अरगोड़ा थाने के अंदर बेरहमी से पिटाई की थी. विनोद कुमार सिन्हा की गलती बस इतनी थी कि उसने थाने में मौजूद पुलिसकर्मी से चंद सवाल पूछ लिये थे. इसके बात थाने की बत्ती बुझा कर मुंशी के साथ अन्य पुलिसकर्मी भी उसकी पिटाई की थी. बत्ती इसलिए बुझायी गयी थी कि मारपीट का सीसीटीवी फुटेज वरीय अधिकारियों को नहीं मिले. थाना प्रभारी ने पुलिसकर्मियों को सह दिया था. बाद में इस मामले की जांच हुई थी और आरोपी मुंशी व तत्कालीन थाना प्रभारी संजय कुमार को निलंबित कर दूसरे जिला ट्रांसफर कर दिया गया था. विनोद कुमार का कई दिनों तक रिम्स में इलाज चला था.

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