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साझा मंच बनायेंगे झारखंड समेत देश भर के आदिवासी डिजाइनर, ये है मुख्य उद्देश्य

निफ्ट में एसोसिएट प्रोफेसर अर्चना शेफाली कोंगारी ने कहा कि राज्य में 27 प्रतिशत जनजातीय आबादी निवास करती है और इनकी संस्कृति समृद्ध हैं. निफ्ट की एक अन्य एसोसिएट प्रोफेसर नीलिमा टोपनो ने कहा कि आदिवासी डिजाइनर हमारे समुदायों की परंपरा, संस्कृति और मूल्यों को व्यक्त करने के लिए आसान माध्यम हैं. जनजातीय डिजाइन फोरम के संयोजक सुधीर जॉन होरो ने इसे डिजाइन के क्षेत्र में मार्डन आर्ट बताया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 15, 2021 11:07 AM

Tribal Designers In India, Jharkhand News, Ranchi News रांची : देश के 48 से अधिक प्रमुख आदिवासी डिजाइनर और इससे जुड़े विशेषज्ञों ने डिजाइनरों को ऑनलाइन एक मंच पर लाने की पहल की है. सभी आदिवासियों और इससे जुड़े समुदायों से संबंधित परियोजनाओं के लिए कंसोर्टियम (एक सहायता संघ) के रूप में काम करने पर सहमत हुए हैं. सभी ‘डिजाइन फॉर अस’ थीम के साथ एकजुट हुए हैं. इस साझा मंच में झारखंड, ओड़िशा, बिहार, छत्तीसगढ़, असम, मणिपुर, नगालैंड, मिजोरम और मेघालय के जनजातीय डिजाइनर शामिल हैं.

निफ्ट में एसोसिएट प्रोफेसर अर्चना शेफाली कोंगारी ने कहा कि राज्य में 27 प्रतिशत जनजातीय आबादी निवास करती है और इनकी संस्कृति समृद्ध हैं. निफ्ट की एक अन्य एसोसिएट प्रोफेसर नीलिमा टोपनो ने कहा कि आदिवासी डिजाइनर हमारे समुदायों की परंपरा, संस्कृति और मूल्यों को व्यक्त करने के लिए आसान माध्यम हैं. जनजातीय डिजाइन फोरम के संयोजक सुधीर जॉन होरो ने इसे डिजाइन के क्षेत्र में मार्डन आर्ट बताया.

आदिवासियों और इससे जुड़े समुदायों से जुड़ी परियोजनाओं के लिए कंसोर्टियम बनायेंगे
जनजातीय डिजाइनर बना रहे पहचान

जनजातीय डिजाइनरों ने दुबई, लंदन, बर्लिन और हेलसिंकी में आयोजित कई प्रतिस्पर्द्धाओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है और अपनी खास पहचान बनायी है. नये मंच में मुंडा, संताल, उरांव, खारिया, कार्बी, खासी, मिजो से जुड़े डिजाइनर बड़ी संख्या में शामिल हुए. इसके अलावा अंगामी, नागा, लोथा व पौमई समुदाय के ग्रामीण और औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले युवा प्रोफेशनल्स भी शामिल हुए.

प्रतिभागियों में ये थे शामिल

प्रतिभागियों में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआइडी), राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइएफटी), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी), गोल्डस्मिथ (यूके), ऑल्टो यूनिवर्सिटी (फिनलैंड), टेक्सटाइल डिजाइनर, फैशन डिजाइनर, यूएक्स – यूआई इंटरेक्शन डिजाइनर, प्रॉडक्ट और इंडस्ट्रियल डिजाइनर, सिरेमिक और ग्लास डिजाइनर, ज्वेलरी डिजाइनर, एग्जीबिशन और म्यूजियम डिजाइनर, चित्रकार, एनिमेटर, फिल्म निर्माता, ग्राफिक के साथ ही संचार डिजाइनर शामिल थे.

Posted by : Sameer Oraon

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