रांची : 20 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इडी को अपने सरकारी आवास पर बयान देंगे. वहीं दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. एक ओर झामुमो की ओर से बुधवार को साहिबगंज बंद किया गया. वहीं राजधानी रांची में आदिवासी संगठन 19 जनवरी को राजभवन के समक्ष धरना देंगे. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इडी के पक्षपातपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ राज्य की जनता में भारी आक्रोश है. यही आक्रोश अब विरोध प्रदर्शन के रूप में निकल रहा है. उन्होंने कहा कि हर जिले में लोग आक्रोशित हैं.
रांची में केंद्रीय सरना समिति विभिन्न आदिवासी संगठन धरना देंगे
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि इडी की कार्रवाई के खिलाफ आदिवासी संगठनों में भारी आक्रोश है. एक आदिवासी मुख्यमंत्री जो जनता के लिए शांति से काम कर रहा है, उसे अस्थिर करने के लिए साजिश रची जा रही है. हम लगातार सभी संगठनों के साथ बैठक कर रहे हैं. 19 जनवरी को राजभवन के समक्ष एक दर्जन से अधिक आदिवासी संगठनों से जुड़े लोग धरना-प्रदर्शन करेंगे.
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अजय तिर्की ने बताया कि इस प्रदर्शन में केंद्रीय सरना समिति के अलावा अखिल भारतीय आदिवासी परिषद, 22 पड़हा क्षेत्रीय समिति, राजी पड़हा प्रार्थना सभा, आदिवासी सेना, हटिया विस्थापित मोर्चा समेत कई स्थानीय संगठन धरना में शामिल होंगे. अजय तिर्की ने बताया कि राजभवन के समक्ष इडी के एकतरफा कार्रवाई के खिलाफ यह प्रदर्शन होगा. रांची, हजारीबाग, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, रामगढ़, खूंटी, लातेहार से बड़ी संख्या में आदिवासी जुटेंगे. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जायेगा. पर यह बात जरूर है कि आदिवासी काफी आक्रोश में हैं.