Bishweswar Tudu in Ranchi: जनजातीय मामले व जलशक्ति मंत्रालय के केंद्रीय राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडू ने बुधवार को राजधानी रांची के जोन्हा स्थित सेवा भारती परिसर में चल रहे जनजातीय समाज के युवक-युवतियों के आवासीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया. यहां देश भर से चुनकर आये 207 युवाओं के लिए 55 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है.
युवाओं को दी जा रही है इन चीजों की ट्रेनिंग
आदिवासी समाज के युवाओं को यहां बिजली मिस्त्री, राजमिस्त्री, प्लंबर मिस्त्री, सोलर पैनल मरम्मत, कंप्यूटर रिपेयरिंग, बाइक रिपेयरिंग, जैविक खेती और मशरूम की खेती के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. केंद्रीय राज्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें सशक्त बनाना है. रोजगार के अवसर पैदा करना तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना है.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है उद्देश्य
मंत्री ने कहा कि सरकार ग्रामीण युवाओं को अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कौशल को महत्वपूर्ण घटक मानती है और उसको प्राथमिकता दे रही है. बता दें कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के ग्रामीण जनजातीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम (ग्रामीण उद्यमी परियोजना) का संसदीय संकुल विकास परियोजना के तहत जोन्हा स्थित सेवा भारती परिसर में 20 अगस्त से शुरू किया था.
अर्जुन मुंडा ने किया था शिविर का उद्घाटन
इसके लिए देश भर से चुनकर आये 207 आदिवासी युवाओं, जिसमें युवतियां भी शामिल हैं, के लिए 55 दिन का आवासीय कौशल विकास प्रशिक्षण शुरू किया गया था. इसका उदघाटन आर्यभट्ट सभागार में रांची विवि में मुख्य अतिथि आदिवासी मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया था. इस अवसर पर झारखंड के राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, समीर उरांव भी मौजूद थे.
कई राज्यों के आदिवासी ले रहे प्रशिक्षण
इस प्रशिक्षण शिविर में मध्य प्रदेश, ओड़िशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के आदिवासी युवा कौशल विकास का प्रशिक्षण ले रहे हैं. इन्हें बिजली मिस्त्री राजमिस्त्री, पलंबर मिस्त्री, सोलर पैनल मरम्मत,कंप्यूटर, बाइक रिपेयरिंग, जैविक खेती और मशरूम की खेती की ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार काम कर रही है.
रिपोर्ट- जितेंद्र कुमार, अनगड़ा, रांची