प्रतिनिधि, पिपरवार बचरा बस्ती के निकट पतरातू-मैक्लुस्कीगंज टू लेन सड़क पर दर्जन भर से अधिक बड़े-बड़े गड्ढे आवागमन में परेशानी का सबब बने हुए हैं. भारी वाहन उक्त सड़क पर आये दिन फंसते रह्रते हैं. वहीं, माॅनसून के आने में मात्र 15 दिन ही बचे हैं. ऐसे में उन गड्ढों में पानी भर जाने पर आवागमन पूरी तरह ठप होने की संभावना है. बावजूद पथ निर्माण विभाग गहरी नींद में है. विभाग की उदासीनता की वजह से सड़क में गड्ढे ट्रकों से अवैध वसूली का जरिया बन गया है. जानकारी के अनुसार मगध-आम्रपाली से रामगढ़ तक इसी मार्ग से डंपर व ट्रकों के माध्यम से कोयले की ढुलाई होती है. थोड़ी-सी बारिश होने पर वाहनों के पहिये इन गड्ढों में धंस जाते हैं. फंसे वाहनों को गड्ढे से निकालने के लिए क्रेन मंगाना पड़ता है. विभाग की उदासीनता देख जब ट्रांसपोर्टर अपने स्तर पर सड़क को दुरुस्त करने का प्रयास करते हैं तो कुछ ग्रामीण युवक इसका विरोध कर उन्हें वहां से भगा देते हैं. बाद में यही युवकों की टोली गड्ढों को भर कर वाहनों से अवैध वसूली करते हैं. जानकारी के अनुसार राज्य सरकार द्वारा जमीन मालिकों को मुआवजा भुगतान में विलंब करने पर संवेदक शेष काम निबटा कर यहां से चला गया. जिससे बचरा बस्ती के पास 800 मीटर व होयर गांव के पास लगभग 500 मीटर सड़क की कालीकरण नहीं हो सकी. रांची सांसद संजय सेठ भी पथ निर्माण विभाग को सड़क दुरुस्त करने की मांग कर चुके हैं. इसके बाद भी विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी. अब इसका नतीजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
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