नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म करने के मामले में दो गिरफ्तार
सीसीटीवी फुटेज देख कर अपराधियों तक पहुंची पुलिस
रांची. ओरमांझी थाना की पुलिस ने नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म करने के मामले में ओरमांझी निवासी सुबोध कुमार जायसवाल और हीरालाल महतो को गिरफ्तार किया है. इनके पास से घटना में इस्तेमाल स्विफ्ट कार, कपड़ा, मोबाइल, आधार कार्ड, शराब की बोतल सहित अन्य सामान बरामद किया गया है. एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पीड़िता ने घटना में इस्तेमाल वाहन को बोलेरो बताया था, जिस कारण पुलिस भ्रमित हो गयी. काफी सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद एक पीले नंबर प्लेट वाली भाड़े की गाड़ी नजर आयी. इस फुटेज में दिख रहा था कि इस कार में नाबालिग को उठा कर अंदर डाला जा रहा है. चूंकि इस कार का नंबर काफी अस्पष्ट था, इसलिए इस फुटेज को हैदारबाद भेजा गया. काफी मशक्कत के बाद भाड़े की कार का नंबर मिला. इससे पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में सफल रही और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. डायल 112 में फोन कर नाबालिग के जख्मी हालत में पड़े होने की दी गयी थी सूचना : एसएसपी ने बताया कि 19 जून की सुबह डायल 112 द्वारा सूचना दी गयी कि ओरमांझी थाना क्षेत्र के आनंदी गांव स्थित नयाटोली में नाबालिग लड़की जख्मी हालत में पडी है. सूचना के बाद महिला पुलिस पदाधिकारी के साथ अन्य पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और जख्मी नाबालिग को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिस्का, ओरमांझी ले गये. चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए नाबालिग को रिम्स भेज दिया. इसके बाद पुलिस टीम नाबालिग को रिम्स लेकर पहुंची. इस दौरान नाबालिग के परिजनों के बारे में पता करने में पुलिस को करीब पांच घंटे लग गये. नाबालिग ने अपनी मां के सामने पुलिस को बयान दिया. इसमें दो युवकों द्वारा दुष्कर्म करने की बात कही गयी. इस बयान के आधार पर ओरमांझी थाना में पोक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए सिल्ली डीएसपी रणवीर सिंह के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया. इस टीम ने लगभग एक सप्ताह तक अनुसंधान और छापेमारी कर दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
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