ranchi news : पारंपरिक पूजा के साथ मोरहाबादी रांची में दो दिवसीय राष्ट्रीय जतरा महोत्सव की शुरुआत
राष्ट्रीय जतरा महोत्सव समिति आयोजन के तत्वावधान में मोरहाबादी मैदान में शनिवार से राष्ट्रीय जतरा महोत्सव की शुरुआत हुई.
रांची. राष्ट्रीय जतरा महोत्सव समिति आयोजन के तत्वावधान में मोरहाबादी मैदान में शनिवार से राष्ट्रीय जतरा महोत्सव की शुरुआत हुई. जतरा महोत्सव की शुरुआत हातमा मौजा के जगलाल पाहन, मुकेश मुंडा और महादेव मुंडा ने पारंपरिक विधि से पूजा कर की. महोत्सव में बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग शामिल हुए और समृद्ध संस्कृति का परिचय दिया. महोत्सव में राज्य के सभी जनजातीय समुदायों के प्रतिनिधि और खोडहा (समूहों) का आगमन हुआ है. महोत्सव के अध्यक्ष नरेश पाहन ने बताया कि राष्ट्रीय जतरा महोत्सव झारखंड की आदिवासी परंपरा के रंग में रंगा हुआ है. महोत्सव का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समाज की संस्कृति, भाषा, व्यंजन, वाद्ययंत्रों का प्रदर्शन करना है. साथ ही इन्हें संरक्षित करने के लिए जागरूकता फैलाना भी है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय के खानपान और उनकी परंपराओं को अन्य समुदाय के लोगों के बीच में पहुंचना भी हमारा मकसद है.
पारंपरिक भोजन, कला, संस्कृति, साहित्य और हस्तशिल्प का प्रदर्शन
इस महोत्सव में झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम और बिहार के आदिवासी समुदायों के पारंपरिक भोजन, कला, संस्कृति, साहित्य और हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया गया है. खाने के भी स्टाॅल लगाये गये हैं. इस अवसर पर महोत्सव के कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन मुंडा, रवि मुंडा, महासचिव ज्योत्सना केरकेटा, कोषाध्यक्ष सूरज टोप्पो, विक्की करमाली, संरक्षक सोनू खलखो, मीडिया प्रभारी निरंजन भारती, विनय नायक, अनिल उरांव, राधा हेंब्रम, उपाध्यक्ष अमित मुंडा, मिथिलेश कुमार, राकेश मुंडा, अमित तिर्की, अशोक मुंडा, कोषाध्यक्ष विक्की करमाली और मोहन तिर्की आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है