सरायकेला (प्रताप मिश्रा): एटीएम में चिमटी फंसाकर व एटीएम की क्लोनिंग करके पैसे निकालने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार भी किया गया है. दोनों की पहचान गिरिडीह जिला के निरंजन कुमार निराला (32) और बिहार के गया निवासी रवि रंजन कुमार (26) के रूप में हुई है. पुलिस ने इन्हें आदित्यपुर से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.
इस संबंध में जिला पुलिस कार्यालय में एसपी मो अर्शी ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस लिमिटेड बैंक के संदीप कुमार ने शिकायत की थी कि एटीएम में चिमटी लगाकर व एटीएम क्लोन करके एक गिरोह द्वारा पैसे की निकासी की जा रही है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, तो पाया कि दो लोग चिमटी लगाकर पैसा निकाल रहे हैं.
सीसीटीवी फुटेज देखने के पश्चात पुलिस ने वहां पर गुप्तचर की तैनाती की और हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखने के लिए कहा. 18 सितंबर, 2020 की शाम पांच बजे सूचना मिली की लाल बिल्डिंग दुर्गा मंदिर के पास एटीएम से पैसा निकालने वाले व्यक्ति सफेद रंग की होंडा अमेज कार में घूम रहे हैं. सूचना के आधार पर टीम गठित करते हुए छापामारी की गयी.
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छापामारी दल ने देखा कि होंडा अमेज कार (PB 91B 1666) में चार लोग बैठे हैं. जैसे ही पुलिस की टीम कार के समीप पहुंची, चारों भागने लगे. इसमें से दो लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया. दो व्यक्ति भीड़ का लाभ उठाकर भाग गये. पकड़े गये लोगों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है. इन्होंने भागे दो लोगों के नाम लालटू कुमार और बिपिन कुमार बताये हैं, जो गया के रहने वाले हैं.
एसपी ने बताया कि एटीएम से पैसा निकासी करने वाले गिरोह के सदस्य अनोखे तरीके से काम करते थे. ये लोग एटीएम में जाकर अपने एटीएम से पैसे निकालते थे. फिर एटीएम में एक चिमटी फंसा देते थे. एटीएम में अगर कोई पैसा निकासी करने आता, तो उसके अकाउंट से पैसा कट जाता था, लेकिन पैसा निकलता नहीं था. चिमटी में फंस जाता था. गिरोह के सदस्य बाद में आकर अपने औजार से चिमटी में फंसे पैसे निकाल लेते थे. चिमटी को फिर उसमें डाल देते थे, ताकि अगले व्यक्ति को शिकार बना सकें.
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गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि जुलाई, 2020 से ये लोग इस तरह से लोगों के अकाउंट खाली कर रहे हैं. बताया कि वे वैसे एटीएम को निशाना बनाते थे, जहां कोई सुरक्षा गार्ड नहीं होता था. अपराधियों ने बताया कि पुरुलिया, आसनसोल, धनबाद, रांची, जमशेदपुर एवं सरायकेला क्षेत्र में इस तरह की घटना को अंजाम दे चुके हैं. अपराधियों ने बताया कि ये लोग एटीएम की क्लोनिंग एवं एटीएम कार्ड बदलकर भी रुपये निकालते थे. इससे इनकी अच्छी-खासी कमाई हो जाती थी.
Posted By : Mithilesh Jha