सनातन पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सनातन धर्म को लेकर जिस तरीके से तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बयान दिया है, वह उनकी सोच व विकृत मानसिकता को दर्शाता है.
रांची: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म संबंधी टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि यह भारत की खासियत है कि हम अस्तित्व को चुनौती नहीं देते. हम इसे स्वीकार करते हैं और इसका पालन करते हैं. सनातन धर्म पर मंत्री उदयनिधि स्टालिन का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा बयान उनकी सोच व विकृत मानसिकता को दर्शा रहा है. आपको बता दें कि तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने पिछले शनिवार को यह टिप्पणी कर विवाद पैदा कर दिया कि ‘सनातन धर्म’ समानता एवं सामाजिक न्याय के विरुद्ध है और इसके उन्मूलन की जरूरत है. सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा था कि ऐसी चीजों का उन्मूलन कर देना चाहिए.
सनातन धर्म पर बयान विकृत मानसिकता को दर्शाता है
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सनातन धर्म को लेकर जिस तरीके से तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बयान दिया है, वह उनकी सोच व विकृत मानसिकता को दर्शाता है.
सनातन धर्म को लेकर जिस तरीके से उदयनिधि स्टालिन ने बयान दिया है, वह उनकी सोच और विकृत मानसिकता को दर्शाता है। pic.twitter.com/cAU3ySdUGY
— Arjun Munda (@MundaArjun) September 7, 2023
कानूनी रूप से सामना करेंगे सभी मामलों का
सनातन धर्म पर बयानबाजी के दौर के बीच तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा है कि वे सभी मामलों का कानूनी रूप से सामना करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सहयोगी मणिपुर हिंसा और भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने के लिए सनातन धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि वे किसी भी धर्म के शत्रु नहीं हैं.
विरोध नहीं, उन्मूलन करना चाहिए
आपको बता दें कि पिछले शनिवार को तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे व युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद बयानबाजी का दौरान जारी हो गया. कई जगहों पर उदयनिधि स्टालिन का पुतला दहन किया गया, तो बड़ी संख्या में प्रबुद्धजनों ने सीजेआई को चिट्ठी लिखकर सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कार्रवाई की मांग की. उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान दिया. सनातन धर्म को समानता एवं सामाजिक न्याय के विरुद्ध बताया और कहा कि इसके उन्मूलन की जरूरत है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने ‘सनातन धर्म’ की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि इनका उन्मूलन कर देना चाहिए.
यूपी के रामपुर में मुकदमा दर्ज
सनातन धर्म को लेकर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि और कथित रूप से उनका समर्थन करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे के खिलाफ यूपी के रामपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधिवक्ता हर्ष गुप्ता और राम सिंह लोधी ने रामपुर की सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. मुकदमे में उदयनिधि और प्रियंक पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और समाज में द्वेष फैलाने का आरोप लगाया गया है.
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन का पुतला दहन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र व मंत्री उदयनिधि स्टालिन के द्वारा सनातन धर्म के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसके विरोध में विश्व हिंदू परिषद झारखंड प्रांत के अलग-अलग जिलों में स्टालिन का पुतला दहन किया गया. पिछले दिनों तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को डेंगू और मच्छर की तरह कुचल कर मार देने की बात कही गई थी. इस मामले की विश्व हिंदू परिषद द्वारा घोर निंदा की गई. यह अपमान पूरे विश्व में रह रहे करोड़ों सनातनियों का अपमान है. अपमान के विरोध में विश्व हिंदू परिषद जमशेदपुर में साकची गोल चक्कर, सिमडेगा के महावीर चौक एवम अन्य स्थानों में विहिप, बजरंग दल के द्वारा उदयानिधि स्टालिन का पुतला दहन कर उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी.