31 अक्तूबर तक नामांकन रद्द कराने पर विद्यार्थी को मिलेगी पूरी फीस, यूजीसी ने सभी विवि को दिया निर्देश
विवि, कॉलेज व उच्च शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के तहत नामांकन लेनेवाले विद्यार्थी अगर किन्हीं कारणों से 31 अक्तूबर 2022 तक नामांकन रद्द कराते हैं, तो उन्हें पूरा शुल्क वापस किया जायेगा
रांची : यदि आपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लिया है लेकिन किसी कारण वश आप अपना नामांकन 31 अक्तूबर तक रद्द कराते हैं तो विवि प्रशासन पूरी पूरी फीस वापस करेगा. दरअसल यूजीसी ने फीस रिफंड पॉलिसी 2022-2023 लागू कर दिया है. इसके तहत सभी विवि को पत्र भेज कर इसे आवश्यक रूप से लागू करने का निर्देश दिया गया है.
यूजीसी के सचिव प्रो रजनीश जैन ने कहा है कि आयोग ने उच्च शिक्षण संस्थानों से सीबीएसइ द्वारा 12वीं कक्षा के परिणाम की घोषणा के बाद स्नातक प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तिथि तय करने का अनुरोध किया है. ताकि, ऐसे छात्रों को स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पर्याप्त समय मिल सके. साथ ही यह भी ध्यान रखा जाये कि सीयूइटी, जेइइ मेन, जेइइ एडवांस आदि प्रवेश परीक्षाओं में देरी हुई है, जिसके कारण सत्र 2022-23 की नामांकन प्रक्रिया अक्तूबर 2022 तक जारी रहने की संभावना है.
ऐसे में विद्यार्थियों के माता-पिता को होने वाली वित्तीय कठिनाइयों से बचने के लिए यूजीसी ने निर्णय लिया है कि 31 अक्तूबर 2022 तक छात्रों द्वारा नामांकन रद्द कराने पर पूरे शुल्क वापस होंगे. यानी जमा शुल्क में से कोई राशि नहीं काटी जायेगी. अगर कोई छात्र 31 दिसंबर 2022 तक अपना नामांकन रद्द कराता है, तो उसके पूरे शुल्क में से एक हजार रुपये काट कर शेष राशि लौटा दी जायेगी.
यूजीसी इससे पूर्व कोविड काल में विद्यार्थियों को मेस चार्ज व हॉस्टल फीस वापस करने या एडजस्ट करने का निर्देश सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को दे चुका है. सचिव ने कहा कि इस पॉलिसी के तहत सत्र 2021-22 में भी राशि लौटाने का निर्देश सभी संस्थानों को दिया गया था.