स्नातक कर रहे विद्यार्थियों को पांच वयस्कों को साक्षर बनाना होगा अनिवार्य, नयी शिक्षा नीति के तहत होगा लागू
यूजीसी सचिव ने कहा है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इस पॉलिसी को लागू किया जायेगा. यूजीसी के निर्देश के आलोक में रांची विवि प्रशासन भी इसकी तैयारी कर रहा है.
स्नातक कर रहे विद्यार्थियों को 15 वर्ष से ऊपर कम से कम पांच वयस्क निरक्षरों को साक्षर बनाना होगा. यह अनिवार्य विषय होगा. स्नातक के विद्यार्थियों को यह कार्य असाइनमेंट या प्रोजेक्ट के रूप में करना होगा. साक्षर प्रमाण पत्र देने के बाद ही संबंधित विद्यार्थी को क्रेडिट दिये जायेंगे. केंद्र के निर्देश पर यूजीसी ने विवि में न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम लागू करने का निर्देश दिया है.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत किया जा रहा लागू :
यूजीसी के सचिव प्रो रजनीश जैन ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत इसे लागू किया जा रहा है. इसके तहत सौ प्रतिशत साक्षरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए विवि और कॉलेजों के विद्यार्थियों को इससे जोड़ा जा रहा है.
उन्होंने कुलपति सहित सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को जानकारी देते हुए कहा है कि नीति में विवि व कॉलेजों को शिक्षण और अनुसंधान के अलावा अन्य अहम जिम्मेदारियां होंगी. जिन्हें वह उपयुक्त संसाधन, प्रोत्साहन और संरचनाओं के माध्यम से पूरा करेंगे. सामुदायिक जुड़ाव और सेवा आदि में क्रेडिट-आधारित पाठ्यक्रम और परियोजनाएं शामिल होंगी.
अगले शैक्षणिक सत्र से होगा लागू :
यूजीसी सचिव ने कहा है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इसे लागू किया जायेगा. यूजीसी के निर्देश के आलोक में रांची विवि प्रशासन भी इसकी तैयारी कर रहा है. विवि के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा है कि नयी शिक्षा नीति के तहत विवि और कॉलेजों में इसे लागू करना है.