157 साल का हुआ यूनियन क्लब एंड लाइब्रेरी, जानें इसका इतिहास
शहर के बंगाली समुदायों का आना-जाना रहता था. उनके लिये ही भवन के एक हिस्से को लाइब्रेरी का रूप दे दिया गया. जहां ज्यादा संख्या में बांग्ला साहित्य की किताबें रहती थी.
लालपुर चौक स्थित यूनियन क्लब एंड लाइब्रेरी के 27 नवबंर को 157 साल पूरे हुये. क्लब की शुरूआत एक छोटे से भवन के साथ की गइ थी जिसमें शहर के बंगाली समुदायों का आना-जाना रहता था. उनके लिये ही भवन के एक हिस्से को लाइब्रेरी का रूप दे दिया गया. जहां ज्यादा संख्या में बांग्ला साहित्य की किताबें रहती थी. बदलते समय के साथ लाइब्रेरी का स्वरूप बदला. क्लब के भी भवन ने विस्तार लिया. लाइब्ररी में किताबों की भी संख्या बढ़ी. साथ ही पढ़ने वालों की तादात भी बढ़ी. अब लाइब्रेरी में करीब 32 हजार से अधिक किताबें है. कुछ पुरानी किताबें भी रखी हुइ है. जो पढ़ने के शौकिन है वो अब भी अपने नियमित समय पर लाइब्रेरी आते हैं और किताबें पढ़ते है. लाइब्रेरी के सचिव शेवेतांक सेन बताते है कि क्लब लोगों की पसंद के हिसाब से किताबें भी मंगवाइ जाती है.