70 सालों की तुलना में पिछले 9 वर्षों में मिलीं अधिक उपलब्धियां, जानें ऐसा क्यों बोले अर्जुन मुंडा
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पीएम जन आरोग्य योजना के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 2018 में शुरू हुई थी, जिसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 70 सालों की तुलना में पिछले 9 वर्षों में अधिक उपलब्धियां मिलीं.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज, 20 दिसंबर को नई दिल्ली में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की उपलब्धियों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. अपने नई दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास में उन्होंने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बातचीत की. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 23 सितंबर, 2018 को शुरू की गई थी. यह 50 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को लक्षित करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा सरकारी वित्त पोषित स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि एक आम आदमी चाहे ग्रामीण क्षेत्र के सुदूरवर्ती गांव में रहने वाला हो या शहर के झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला हो, सभी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करे. इसी दृष्टि से झारखंड में विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कार्यक्रम, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की गई.
सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के लिए किया पीएम मोदी को धन्यवाद
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का प्रत्येक नागरिक स्वस्थ रहे, इस उद्देश्य को वास्तविक धरातल पर उतारने के लिए यह सरकार प्रतिबद्ध है और उसी प्रतिबद्धता के दृष्टि से लगातार भारत सरकार स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रही है, जिसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं. मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लक्ष्य 50 करोड़ गरीब लोगों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करना है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का “सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन” आरंभ करने के लिए भी आभार प्रकट करता हूं. सिकल सेल एनीमिया जो खासकर मध्य भारत में जनजातीय लोगों में वंशानुगत तरीके से दिखती है और इस समस्या की तरफ वर्षों तक सरकारों ने ध्यान नहीं दिया.
कहा- 70 वर्षों की तुलना में पिछले 9 वर्षों में अधिक उपलब्धियां
अर्जुन मुंडा ने कहा कि पहली बार इस योजना से साढ़े 7 करोड़ लोगों को उनके हेल्थ प्रोफाइल बनाने के लिए कार्यक्रम शुरू किया गया. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत आयुष्मान भारत योजना जिला स्तर पर आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं तैयार कर रही है. देश में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र ने पिछले 70 वर्षों की तुलना में पिछले 9 वर्षों में अधिक उपलब्धियां हासिल की हैं. देश में पहले केवल 7 एम्स थे, लेकिन इन 9 सालों में यह संख्या 23 हो गई है, जिनमें से 20 पूरी तरह कार्यात्मक हैं. परीक्षण सुविधाएं बनाई गई हैं और 1.5 लाख से अधिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि समग्र स्वास्थ्य सेवा को इस सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा गया है. नये भारत को स्वस्थ भारत बनाने के लिए एक स्वस्थ व्यक्ति, एक स्वस्थ परिवार और एक स्वस्थ समाज आवश्यक है. इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे, संसद सदस्य प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी उपस्थित रहीं.