रांची : लॉकडाउन 4 (Lockdown 4) रविवार (31 मई, 2020) को समाप्त हो रहा है. इसके साथ ही सोमवार (1 जून, 2020) से अनलॉक-1 (#Unlock1)/लॉकडाउन 5 (Lockdown 5) की शुरुआत हो जायेगी. इस पर केंद्र के कुछ दिशा-निर्देश शनिवार (30 मई, 2020) को आ गये. कुछ मामलों पर अंतिम फैसला राज्य सरकारों को लेना है. इस बीच, झारखंड के प्रमुख राजनीतिक दलों का कहना है कि लॉकडाउन बढ़ना चाहिए.
लॉकडाउन में विशेष छूट के साथ बंदिशों की भी जरूरत है. इनका मानना है अब छोटी-मोटी व्यावसायिक गतिविधियां शुरू होनी चाहिए, क्योंकि रोज कमाने-खाने वालों के समक्ष विकट समस्या खड़ी हो गयी है.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि लॉकडाउन बढ़ना चाहिए. अभी और बंदिशों की जरूरत है, क्योंकि यह कोरोना वायरस का पीक आवर है. यहीं से पिरामिड बनना शुरू होगा. हालांकि, लॉकडाउन में व्यावसायिक गतिविधियों में छूट देना भी जरूरी है. रोज कमाने-खाने वाले लोगों के समक्ष विकट समस्या खड़ी हो गयी है. केंद्र सरकार का 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज महज एक नाटक है.
लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में लिये गये फैसले के साथ पार्टी खड़ी रहेगी. वैसे संगठन का मत है कि लॉकडाउन में विशेष छूट के साथ अभी और बंदिशों की जरूरत है. यह भी सच है कि हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी और जीवन की गाड़ी को रफ्तार देनी होगी.
उन्होंने कहा कि दो महीने से अधिक समय से लागू लॉकडाउन के कारण देश की पूरी अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है. अब आर्थिक गतिविधियों को गति देने व रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठाना होगा.
प्रदेश राजद अध्यक्ष अभय सिंह ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गयी है. रोजगार के संकट खड़े हो गये हैं. सरकार को अब लॉकडाउन पर ठोस निर्णय लेना चाहिए, क्योंकि लॉकडाउन के बावजूद कोरोना की रफ्तार बढ़ी है.
Posted By : Mithilesh Jha