झारखंड गठन के बाद सिर्फ एक बार हुई है उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति, 3712 पद रिक्त

झारखंड में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में उर्दू शिक्षकों की पिछली नियुक्ति 2015-16 में हुई थी. जिलास्तर पर हुई नियुक्ति में 4401 पद के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2023 8:56 AM

झारखंड में एकीकृत बिहार के समय से ही उर्दू के पठन-पाठन के लिए प्राथमिक व मध्य विद्यालय स्तर पर उर्दू विद्यालय संचालित हैं. इन विद्यालयों में शिक्षकों के 80 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं. राज्य गठन के बाद उर्दू शिक्षकों की एक ही बार नियुक्ति हुई. वहीं, प्रोजेक्ट हाइस्कूल व प्लस टू विद्यालयों में शिक्षकों के पद ही सृजित नहीं हैं. राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में 4401 में से 3708 पद रिक्त हैं.

राज्य में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में उर्दू शिक्षकों की पिछली नियुक्ति 2015-16 में हुई थी. जिलास्तर पर हुई नियुक्ति में 4401 पद के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था. इनमें से 689 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. नियुक्ति में सरकार के प्रावधान के अनुरूप से अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण का प्रावधान था. दोनों कोटि के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित 90 फीसदी से अधिक सीटें रिक्त रह गयीं.

इस वर्ष शुरू हो सकती है नियुक्ति प्रक्रिया :

राज्य में सहायक शिक्षकों के साथ उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. पिछली नियुक्ति सात वर्ष पूर्व हुई थी. विद्यालयों में फिर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी. सहायक शिक्षकों के साथ उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति होगी. 2015-16 के बाद से प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति नहीं होने के कारण विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की भी नियुक्ति नहीं हो सकी है.

जिला पद कार्यरत

रांची 399 86

पू सिंहभूम 398 02

गढ़वा 327 63

गिरिडीह 319 69

हजारीबाग 308 81

प सिंहभूम 294 02

बोकारो 252 45

धनबाद 224 85

पलामू 192 80

साहिबगंज 177 21

सरायकेला 174 03

पाकुड़ 160 06

चतरा 153 19

रामगढ़ 145 13

लातेहार 135 02

लोहरदगा 107 02

देवघर 102 20

कोडरमा 100 11

जामताड़ा 60 09

सिमडेगा 60 00

दुमका 53 02

गुमला 52 00

खूंटी 27 00

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