झारखंड गठन के बाद सिर्फ एक बार हुई है उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति, 3712 पद रिक्त
झारखंड में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में उर्दू शिक्षकों की पिछली नियुक्ति 2015-16 में हुई थी. जिलास्तर पर हुई नियुक्ति में 4401 पद के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था
झारखंड में एकीकृत बिहार के समय से ही उर्दू के पठन-पाठन के लिए प्राथमिक व मध्य विद्यालय स्तर पर उर्दू विद्यालय संचालित हैं. इन विद्यालयों में शिक्षकों के 80 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं. राज्य गठन के बाद उर्दू शिक्षकों की एक ही बार नियुक्ति हुई. वहीं, प्रोजेक्ट हाइस्कूल व प्लस टू विद्यालयों में शिक्षकों के पद ही सृजित नहीं हैं. राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में 4401 में से 3708 पद रिक्त हैं.
राज्य में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में उर्दू शिक्षकों की पिछली नियुक्ति 2015-16 में हुई थी. जिलास्तर पर हुई नियुक्ति में 4401 पद के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था. इनमें से 689 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. नियुक्ति में सरकार के प्रावधान के अनुरूप से अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण का प्रावधान था. दोनों कोटि के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित 90 फीसदी से अधिक सीटें रिक्त रह गयीं.
इस वर्ष शुरू हो सकती है नियुक्ति प्रक्रिया :
राज्य में सहायक शिक्षकों के साथ उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. पिछली नियुक्ति सात वर्ष पूर्व हुई थी. विद्यालयों में फिर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी. सहायक शिक्षकों के साथ उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति होगी. 2015-16 के बाद से प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति नहीं होने के कारण विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की भी नियुक्ति नहीं हो सकी है.
जिला पद कार्यरत
रांची 399 86
पू सिंहभूम 398 02
गढ़वा 327 63
गिरिडीह 319 69
हजारीबाग 308 81
प सिंहभूम 294 02
बोकारो 252 45
धनबाद 224 85
पलामू 192 80
साहिबगंज 177 21
सरायकेला 174 03
पाकुड़ 160 06
चतरा 153 19
रामगढ़ 145 13
लातेहार 135 02
लोहरदगा 107 02
देवघर 102 20
कोडरमा 100 11
जामताड़ा 60 09
सिमडेगा 60 00
दुमका 53 02
गुमला 52 00
खूंटी 27 00