रांची. वातावरण खराब हो गया, तो योग से हम अपनी रक्षा कर रहे हैं. धरती के नियम नहीं मानेंगे, तो धरती का विनाश हो जायेगा. ये बातें पर्यावरणविद नितीश प्रियदर्शी ने कहीं. वे बुधवार को मध्य विद्यालय अनगड़ा में उषा मार्टिन और शालिनी अस्पताल द्वारा गांवों में योग और पर्यावरण अभियान के शुभारंभ पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पहले गर्मी बढ़ती थी, तब बारिश हो जाती थी. बारिश होने का एक मुख्य कारक जंगल होता है. पेड़ के वाष्पीकरण से बादल बनता है. इसलिए पेड़ बचाओ ताकि जीवन बचे. उषा मार्टिन के महाप्रबंधक डॉ मयंक मुरारी ने कहा कि हमारे समाज में हरे पेड़ों को काटने पर स्वाभाविक बंधन था. इससे पर्यावरण और समाज का स्वास्थ्य बेहतर होता था. आज भोग ने सभी नैतिक बंधन खत्म कर दिये. इस कारण समस्या है. भविष्य अब बच्चों के हाथ में है. इस दौरान स्वामी मुक्तरथ ने बच्चों को योग कराया और इसके फायदे बताये. विद्यालय प्रभारी मनीषा एक्का ने कहा कि शिक्षा के साथ योग, स्वास्थ्य और पर्यावरण का ज्ञान मिल रहा है. इससे बच्चों का सार्वभौमिक विकास होगा. शालिनी अस्पताल के वरीय प्रबंधक राणा विकास ने कहा कि अगली बार सभी बच्चों की स्वास्थ्य जांच होगी. इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य सुशीला कुजूर, शिशिर भगत, भुवनेश्वर महतो आदि मौजूद थे.
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