Uttarakhand Glacier Burst Update : उत्तराखंड के चमोली हादसे में हिमस्खलन से मारे गये लोगों में 11 झारखंड के मजदूर, सीएम सोरेन ने जताया शोक
इसके अलावा झारखंड के ही सात घायलों का उपचार किया जा रहा है. चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि हिमस्खलन के समय मौके पर सीमा सड़क संगठन के मजदूर काम कर रहे थे. अब तक 384 लोग सुरक्षित मिल चुके हैं. वहीं दूसरी ओर उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को पत्र लिखकर घटना की जानकारी दी है.
Jharkhand News, Uttarakhand Glacier News, Ranchi News रांची : उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा के निकट नीति घाटी के सुमना में हुए हिमस्खलन में मृतकों की संख्या रविवार को 12 तक पहुंच गयी है. मृतकों में 11 झारखंड के रहनेवाले हैं. सभी की शिनाख्त हो गयी है.
इसके अलावा झारखंड के ही सात घायलों का उपचार किया जा रहा है. चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि हिमस्खलन के समय मौके पर सीमा सड़क संगठन के मजदूर काम कर रहे थे. अब तक 384 लोग सुरक्षित मिल चुके हैं. वहीं दूसरी ओर उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को पत्र लिखकर घटना की जानकारी दी है.
सात घायल भी झारखंड के, सभी को जोशीमठ अस्पताल में कराया गया भर्ती, सीएम हेमंत ने निधन पर शोक व्यक्त किया
इन श्रमिकों की हुई मौत
दुमका जिला निवासी तारणी सिंह, मनोज थानदार, रोहित सिंह, राहुल कुमार, खूंटी जिले के नियारण कंडुलना, पौल कंडुलना, हानुक कंडुलना, साजेन कंडुलना, पश्चिम सिंहभूम जिले के मसीह दास मारकी, रांची जिले के निर्मल सांडिल व सुखराम मुंडा.
ये घायल हैं
खूंटी जिले के राय कंडुलना, संजय कंडुलना, महेंद्र मुंडा, मंगल दास पाहन, पश्चिम सिंहभूम जिले के फिलिप बुढ़, अनुज टोपनो व कल्याण मारकी.
हिमस्खलन के समय सीमा सड़क संगठन के मजदूर कर रहे थे काम, 384 लोग सुरक्षित मिले
झारखंड से बड़ी संख्या में मजदूर बीआरओ के लिए सड़क निर्माण का काम उत्तराखंड में करते हैं. सबकी सूची झारखंड सरकार के पास है. जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि शवों को वायुसेना के दो विमानों से जोशीमठ लाया गया, जहां उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है.
लापता लोगों के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों से इसके बारे में जानकारी जुटायी जा रही है. उन्होंने बताया कि जल्द ही घटना के प्रभावितों को सहायता राशि उपलब्ध करा दी जायेगी. हिमस्खलन स्थल प्रभावित सुमना, मलारी गांव से करीब 25 किमी दूर है और धौलीगंगा से निकलनेवाली दो धाराओं, गिरथीगाड और किओगाठ के संगम पर स्थित है. मौके पर भारत- तिब्बत सीमा पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, जिला प्रशासन और सीमा सड़क संगठन की संयुक्त टीम द्वारा तलाश एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा उत्तराखंड सरकार से बात हो रही है
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रमिकों के निधन पर गहरा शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि चमोली हादसा में हमने 11 वीर श्रमिकों को खो दिया है. यह हृदय विदारक घटना अत्यंत पीड़ा देनेवाली है. उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना जतायी है. साथ ही कहा है कि झारखंड सरकार, उत्तराखंड सरकार के साथ संपर्क बनाकर हर संभव मदद पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है.
Posted By : Sameer Oraon