उत्तराखंड सुरंग हादसा: मजदूरों का रांची एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत, सीएम हेमंत सोरेन ने बढ़ाया हौसला, दिया तोहफा
रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर मजदूरों का भव्य स्वागत किया गया. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सांसद संजय सेठ व सांसद महुआ माजी समेत अन्य ने किया.
रांची: उत्तराखंड सुरंग से सुरक्षित निकले 15 मजदूर और उनसे मिलने गए 12 परिजन इंडिगो एयरलाइंस से आज शुक्रवार की रात करीब साढ़े 8 बजे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंचे. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सांसद संजय सेठ, सांसद महुआ माजी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत अन्य नेताओं ने किया. इसके बाद मंत्री सत्यानंद भोक्ता के साथ मजदूर एवं उनके परिजन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करने के लिए कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और मुख्यमंत्री से मुलाकात की. सीएम हेमंत सोरेन ने इनका हौसला बढ़ाया और इन्हें सम्मानित किया. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इन्हें 1 करोड़ 11 लाख से अधिक राशि की विभिन्न योजनाओं से राज्य सरकार जोड़ेगी. श्रमिकों को अबुआ आवास योजना, पेंशन योजना, आयुष्मान कार्ड, कृषि यंत्र, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मनरेगा जॉब कार्ड, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, पशुशेड योजना, ग्राम गाड़ी योजना समेत अन्य योजनाओं से आच्छादित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से कहा कि कहा कि मैं स्वयं आपके रोजगार और आपको दी जानेवाली योजनाओं की मॉनिटरिंग करूंगा. सभी मजदूर व उनके परिजन गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे. आपको बता दें कि 408 घंटे की जंग के बाद झारखंड के सभी 15 मजदूर 17 दिनों के बाद सुरंग से बाहर निकले थे. इसके बाद उन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया था. यहां स्वास्थ्य जांच करायी गयी थी. फिट घोषित होने के बाद इन्हें घर भेजने की व्यवस्था की गयी. इसके बाद वे झारखंड लौटे. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की ओर से इन्हें एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया.
झारखंड के हैं 15 मजदूर
उत्तरकाशी (उत्तराखंड) के निर्माणाधीन टनल में 17 दिनों तक जिंदगी से लड़ने के बाद कुल 41 मजदूरों (झारखंड के 15) को दूसरी जिंदगी मिली थी. इनमें पूर्वी सिंहभूम (झारखंड) जिले का सबसे पिछड़ा प्रखंड डुमरिया के छह मजदूर हैं. इनमें माणिकपुर गांव के रवींद्र नायक, रंजीत लोहार, गुणाधर नायक, बांकीशोल गांव के समीर नायक, बाहदा गांव के भक्तू मुर्मू और डुमरिया मुख्यालय के टिंकू सरदार शामिल हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर के महादेव नायक, रांची के अनिल बेदिया समेत तीन, खूंटी के तीन और गिरिडीह जिले के बिरनी के विश्वजीत वर्मा समेत दो मजदूर शामिल हैं. सुरंग से सुरक्षित निकाले जाने के बाद स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर इन्हें ऋषिकेश के एम्स में भर्ती कराया गया था. यहां से डॉक्टरों द्वारा फिट घोषित होने के बाद घर के लिए रवाना किया गया. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार द्वारा राज्य के सभी मजदूरों व उनके परिजनों को एयरलिफ्ट कर लाया गया. रांची एयरपोर्ट पर इन्होंने आपबीती सुनायी.
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12 नवंबर (दीपावली) की रात से उत्तराखंड सुरंग में फंसे 41 मजदूर जिंदगी की जंग लड़ रहे थे. 17 दिनों बाद 28 नवंबर को सभी सुरक्षित निकाले गये. सभी मजदूरों को सुरंग से निकालने के बाद एंबुलेंस से सीधे उत्तरकाशी के एक अस्पताल ले जाया गया. वहां स्वास्थ्य जांच हुई. इसके बाद रातभर सभी मजदूर अस्पताल में रहे. अगले दिन सभी मजदूर नहा-धोकर तैयार हुए. सभी को नए कपड़े, जैकेट, जूता, टोपी दिए गए. उन्हें भोजन कराया गया. इसके बाद हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स ले जाया गया, जहां सभी मजदूरों की एम्स में भर्ती कराकर स्वास्थ्य जांच की गयी. फिट होने के बाद इन्हें घर भेजा गया.
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रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के मजदूर अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया एवं सुकराम बेदिया सुरंग में फंसे थे. गिरिडीह जिले के बिरनी के सुबोध वर्मा व विश्वजीत वर्मा, खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गुमडू गांव निवासी विजय होरो, डुमारी गांव निवासी चमरा उरांव एवं मदुगामा गांव निवासी गनपाईत होरो, पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर प्रखंड के चेलाबेड़ा गांव का महादेव नायक एवं पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया प्रखंड के मानिकपुर गांव के रवींद्र नायक, रंजीत लोहार, गुणाधर नायक, बांकीशोल गांव का समीर नायक, कुंडालुका गांव का भुक्तु मुर्मू और डुमरिया गांव का टिंकु सरदार शामिल हैं.
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रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर सकुशल वापसी पर झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा झारखंड के सभी 15 श्रमिकों को पारंपरिक अगंवस़्त्र देकर स्वागत किया गया. इन्होंने सुरंग में फंसे श्रमिकों के बचाव कार्य में लगी पूरी बचाव टीम को सलाम करते हुए उनकी सराहना की है और कहा कि जिनके कौशल और साहस का परिणाम सामने आया. राजेश ठाकुर ने कहा कि बचाव कार्य को अंतिम मुकाम तक पहुंचाने वाले मो इरशाद और नासीर हुसैन, सूर्ये मोहन राय समेत सभी रैट हॉल माइनर्स साथियों के अदम्य साहस एवं कौशल को हम सलाम करते हैं. उन्होंने झारखंड सरकार की संवेदनशीलता पर आभार जताते हुए कहा कि झारखंड सरकार ने अधिकारियों को भेजकर राज्य के तमाम श्रमिकों को हवाई जहाज से लाने का काम किया जो सरकार की प्रतिबद्धता का जताती है कि वो राज्य के हरेक व्यक्ति की चिंता करती है. स्वागत करने वालों में प्रदेश कांग्रेस महासचिव सह प्रवक्ता राकेश सिन्हा, अमुल्य नीरज खलखो, कृषि विपणन के अध्यक्ष रवीन्द्र सिंह, गो सेवा आयोग अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद,आवास बोर्ड के चेयरमैन संजय लाल पासवान प्रवक्ता सतीश पौल मुजनी सहित अन्य कांग्रेसजन शामिल थे.